नई दिल्ली : फरवरी माह में मौसम ने गर्मी का अहसास करवाना शुरू कर दिया है। बेशक अगले एक-दो दिन में मौसम में बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन बीता जनवरी माह वर्ष 2006 के बाद सबसे अधिक गर्म महीना दर्ज किया गया। वर्ष 2006 में जहां औसत अधिकतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस रहा, वहीं जनवरी, 2018 में औसत अधिकतम तापमान 22.2 रहा। इस साल का जनवरी माह पिछले 12 वर्षों में सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया। जनवरी, 2006 में औसत अधिकतम तापमान 22.4 के बाद सीधे इस साल 22.2 दर्ज किया गया।
प्रादेशिक मौमस पूर्वानुमान केन्द्र दिल्ली के प्रमुख डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि वर्ष 2018 का जनवरी माह 12 वर्ष बाद सबसे गर्म महीना रहा। इस माह बरसात भी मात्र 4.4 मिलीमीटर दर्ज की गई। वर्ष 2016 को छोड़ दें तो 2012 से लेकर 2017 तक बरसात भी इस जनवरी से ज्यादा हुई थी। अधिकतम तापमान औसतन 1.7 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा है जिस कारण जनवरी गर्म महीना रहा। जनवरी माह पर नजर दौड़ाएं तो छह और नौ जनवरी को न्यूनतम तापमान दो बार 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। तभी मौसम ने यू-टर्न लिया और अचानक न्यूनतम तापमान में गिरावट होने से सर्दी बढ़ गई।
इसके अलावा 23 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ के कारण आई बरसात से मौसम ने एक बाद दोबारा से पलटी मारी। बरसात होने से एक दिन पहले तक 25.2 डिग्री सेल्सियस रहा अधिकतम तापमान घटकर सीधे दिन के समय 13 डिग्री तक पहुंच गया था। इसके बाद दिल्लीवासियों को को घने कोहरे का सामना करना पड़ा। हालांकि अभी शीत लहर और कोहरे से लगभग राहत मिल चुकी है, लेकिन पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी या बरसात के बाद मौसम में परिवर्तन हो सकता है।
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– राहुल शर्मा