भारत-पाक वनडे मुकाबले: तटस्थ मैदानों पर पाक का पलड़ा भारी, आंकड़े नहीं बताते पूरी कहानी - Punjab Kesari
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भारत-पाक वनडे मुकाबले: तटस्थ मैदानों पर पाक का पलड़ा भारी, आंकड़े नहीं बताते पूरी कहानी

चैंपियंस ट्रॉफी में भारत-पाक मुकाबला: तटस्थ मैदानों का इतिहास

दोनों देशों के बीच अब तक हुए वनडे मुकाबले में पांच ऐसे भी मैच हैं जिनका कोई नतीजा नहीं निकला है। चूंकि चैंपियंस ट्रॉफी का आने वाला मुकाबला तटस्थ या न्यूट्रल जगह पर हो रहा है, इसलिए दोनों देशों के बीच ऐसी जगहों पर हुए मुकाबलों के बारे में चर्चा करना भी रोचक होगा। भारत और पाकिस्तान ने तटस्थ जगहों पर ही अधिकतर मैच खेले हैं, जहां पाकिस्तान को 40 मैचों में जीत मिली है, तो वहीं टीम इंडिया ने 34 मैच जीते हैं। यहां भी पाकिस्तान का पलड़ा ही थोड़ा भारी है, तो इसका कारण 90 के दशक में शारजाह के मैदान पर हुए वह मुकाबले भी हैं, जहां भारत-पाक प्रतिद्वंद्विता अपने चरम पर पहुंच जाती थी।भारत और पाकिस्तान का बहुप्रतीक्षित क्रिकेट मुकाबला दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में 23 फरवरी को होने जा रहा है। दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच हाईवोल्टेज मुकाबले का सबको इंतजार है क्योंकि अब भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें केवल आईसीसी इवेंट या एशिया कप जैसी बहुराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में ही खेलती हैं।एक तरफ भारत चैंपियंस ट्रॉफी के मजबूत दावेदार के तौर पर टूर्नामेंट में उतरा है, तो वहीं पाकिस्तान इस प्रतियोगिता का मेजबान है। हालांकि भारत के खिलाफ उसका मुकाबला दुबई जैसी तटस्थ जगह पर होगा। टीम इंडिया सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान में जाकर नहीं खेल रही है और भारत के सभी मुकाबले दुबई में ही होंगे। रोहित शर्मा एंड कंपनी ने दुबई में अपने अभियान की शुरुआत भी अच्छी की है, जहां उन्होंने बांग्लादेश को 6 विकेट से हराने में कामयाबी हासिल की थी।

चैंपियंस ट्रॉफी एक कठिन प्रतियोगिता है, जिसका वनडे फॉर्मेट इसको और भी चुनौतीपूर्ण बनाता है। जब बात भारत-पाक मुकाबलों की आती है, तो वनडे फॉर्मेट में पाकिस्तान का पलड़ा ही भारी नजर आता है। लेकिन आंकड़े पूरी बात नहीं कहते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि पिछले डेढ़ दशक में दोनों देशों के बीच बहुत कम क्रिकेट हुआ है। 2000 के दशक में भारतीय टीम के उभार के बाद से पाकिस्तान के साथ क्रिकेट संबंध 90 के दशक जैसे नहीं रहे हैं। इसलिए भारत ने अपने आप को क्रिकेट में महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के बाद से पाकिस्तान के खिलाफ इतने कम मैच खेले हैं कि ओवरऑल हेड टू हेड रिकॉर्ड अभी भी मैन इन ग्रीन के पक्ष में झुका हुआ है।दोनों पड़ोसी देशों के बीच अब तक कुल 135 वनडे मैच हुए हैं, जहां पाकिस्तान ने 73 मैचों में जीत दर्ज की है। भारत की झोली में इस दौरान 57 ही जीत आई हैं। यह आंकड़ा हालांकि दोनों देशों के बीच क्रिकेट और राजनीतिक उतार-चढ़ाव को ठीक से व्यक्त नहीं कर पाता है। यह आंकड़ा बताता है कि 90 के दशक तक महान खिलाड़ियों से सजी पाकिस्तान की टीम भारत पर कितनी हावी थी। लेकिन इसके बाद से टीम इंडिया मैन टू मैन लेवल पर पाकिस्तानी टीम से मीलों आगे हैं।

IND vs PAK

दोनों देशों के बीच अब तक हुए वनडे मुकाबले में पांच ऐसे भी मैच हैं जिनका कोई नतीजा नहीं निकला है। चूंकि चैंपियंस ट्रॉफी का आने वाला मुकाबला तटस्थ या न्यूट्रल जगह पर हो रहा है, इसलिए दोनों देशों के बीच ऐसी जगहों पर हुए मुकाबलों के बारे में चर्चा करना भी रोचक होगा। भारत और पाकिस्तान ने तटस्थ जगहों पर ही अधिकतर मैच खेले हैं, जहां पाकिस्तान को 40 मैचों में जीत मिली है, तो वहीं टीम इंडिया ने 34 मैच जीते हैं। यहां भी पाकिस्तान का पलड़ा ही थोड़ा भारी है, तो इसका कारण 90 के दशक में शारजाह के मैदान पर हुए वह मुकाबले भी हैं, जहां भारत-पाक प्रतिद्वंद्विता अपने चरम पर पहुंच जाती थी।

हालांकि अब समय बदल चुका है और मैन इन ब्लू बहुत आगे निकल चुके हैं। इसके अलावा यह भी नहीं भूलना चाहिए कि आईसीसी टूर्नामेंट में भारत का पलड़ा अपने पड़ोसी देश पर हमेशा हावी रहा है। हालांकि पिछली बार खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान ने साल 2017 में भारत को लंदन के ओवल में मात देकर यह टूर्नामेंट जीता था। टी20 विश्व कप में भी पाक को भारत के खिलाफ एक जीत मिली है। इन मौकों को छोड़ दिया जाए, तो भारत का पलड़ा आईसीसी इवेंट में पाकिस्तान पर भारी रहा है।

–आईएएनएस

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