डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों में 5% से अधिक की गिरावट आई, जिससे वैश्विक आर्थिक मंदी का डर पैदा हो गया। डॉव जोन्स, एसएंडपी 500 और नैस्डैक में भारी गिरावट दर्ज की गई। भारतीय बाजार भी प्रभावित हुए और सेंसेक्स और निफ्टी में महत्वपूर्ण गिरावट आई।
डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के बाद आज अमेरिकी शेयर बाजारों में 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, जिससे निवेशकों में वैश्विक आर्थिक मंदी का डर पैदा हो गया। बता दें कि डॉव जोन्स इंडेक्स 5.50 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ, जो इंडेक्स के सबसे अधिक नुकसान में से एक बन गया। एसएंडपी 500 इंडेक्स में करीब 6 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि नैस्डैक में 5.73 प्रतिशत की गिरावट आई। बैंकिंग और मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा ने कहा कि 20 जनवरी को ट्रम्प 2.0 के शपथ ग्रहण के बाद से अब तक अमेरिकी बाजारों ने मार्केट कैप में 9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का नुकसान उठाया है।
दुनिया भर के बाजार प्रभावित
डोनाल्ड ट्रम्प के पारस्परिक शुल्कों का प्रभाव दुनिया भर के बाजारों पर पड़ रहा है। यूनाइटेड किंगडम का FTSE 100 सूचकांक शुक्रवार को बंद होने तक लगभग 4.95 प्रतिशत गिर गया, जबकि जर्मनी का DAX PERFORMANCE-INDEX भी बंद होने तक 4.95 प्रतिशत नीचे था।
हरे निशान में खुला Indian Stock Market, IT और Banking में तेजी
भारतीय शेयर बाजार प्रभावित
भारतीय शेयर सूचकांक भी पिछले सत्र से नुकसान को बढ़ाते हुए, सप्ताह को खराब नोट पर बंद कर दिया। वे ट्रम्प के पारस्परिक शुल्कों और उनके आसपास की अनिश्चितताओं से प्रभावित थे। सेंसेक्स 930.67 अंक या 1.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 75,364.69 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 345.65 अंक या 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,904.45 अंक पर बंद हुआ आंकड़ों के अनुसार आज आईटी, धातु, फार्मा, रियल्टी, तेल और गैस सबसे ज्यादा नुकसान में रहे।
वैश्विक महंगाई बढ़ने का खतरा
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के द्वारा लगाए गए टैरीफ के बाद अब चीन ने भी अमेरिका पर 34% का टैरिफ लगा दिया है साथ ही कनाडा देश ने भी अमेरिका पर 25% का टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है। अन्य देशों से भी अमेरिका पर टैरिफ लगाने की आशंका बढ़ गई है जिससे वैश्विक महंगाई का खतरा बढ़ गया है।