मुंबई : बीते एक-डेढ़ माह से करीब-करीब लगातार भारतीय शेयर बाजारों में निवेशकों की लिवाली समर्थन से तेजी का रुख बना हुआ है। ऑटो, तेल, एफएमसीजी, पॉवर, आईटी, सॉफ्टवेयर, स्टील आदि क्षेत्र के शेयरों में निवेशकों की लिवाली उक्त अवधि में औसतन लगभग 70 प्रतिशत बनी रहने से बुनियादी तौर पर शेयर बाजार को बल मिला है। गत सप्ताह भी निरंतर लिवाली बनी रहने से बीएसई 34153.85 से बढ़त लेकर अंतिम कार्यसत्र के दौरान 34592.39 अंक एवं एनएसई भी 10558.85 से बढक़र इसी अवधि में 10681.25 अंक पर बंद हुए। विदेशों में भी करीब 80 प्रतिशत से अधिक शेयर बाजारों में तेजी का रुख बना हुआ था।
आलोच्य सप्ताह भी भारतीय शेयर बाजारों में निवेशकों की लिवाली निरंतर बनी रहने से तेजी का रुख बना हुआ था। आगामी आम बजट में सरकार द्वारा उपभोक्ताओं के अलावा उद्योगों की ग्रोथ बढऩे की दिशा में प्रस्तुति किये जाने की आशा प्रबल बताई गयी है, जिसमें आने वाले नये वित्तीय वर्ष के लिए जीडीपी वृद्धि पर पूर्ण फोकस सरकार द्वारा किये जाने की आशा जागृत होने लगी है, जिसमें रोजगार से लेकर घरेलू उद्योगों, मुख्य तौर पर इन्फ्रा सैक्टर की ओर विशेष ध्यान दिया जाना बताया जा रहा है।
जैसा कि विश्वस्तर पर क्रूड ऑयल की कीमतों में पिछले एक साल से बीच-बीच मंदा-तेजी के बाद वर्तमान में कच्चा तेल 63 डॉलर प्रति बैरल पार पहुंच गया है। तेल क्षेत्र के साथ-साथ एफएमसीजी, पॉवर, ऑटो, बैंकिंंग क्षेत्र के शेयरों में मजबूती तो आई है, मगर उधारीकरण को लेकर बैंकों का एनपीए, लोन वापिसी समस्याग्रस्त होने से बढ़ा हुआ है।
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