अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। निफ्टी 0.76 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,341.10 पर और बीएसई सेंसेक्स 0.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76,878.59 पर खुला। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।
2 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा टैरिफ लगाने की घोषण के कारण आज भारतीय शेयर बाजारों में भारी गिरावट का दबाव देखने को मिला। बता दें कि निफ्टी 0.76 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,341.10 पर खुला, जबकि बीएसई सेंसेक्स 0.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76,878.59 पर खुला।
शेयर बाजार धड़ाम
विशेषज्ञों ने कहा कि 2 अप्रैल को ट्रम्प द्वारा टैरिफ की घोषणा के कारण यह बड़ी गिरावट है। लेकिन बाजारों ने इसके प्रभाव को कम करके आंका है। शुरू में गिरावट दर्ज की जाएगी और फिर रियायतों और बहिष्कारों की घोषणा के साथ इसमें सुधार होगा। वहीं बैंकिंग और मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा ने कहा कि 2 अप्रैल को सभी देशों पर 15 से 20 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा की जाएगी और फिर बहिष्कार पर बातचीत की प्रक्रिया शुरू होगी। इस कारण से बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
IT शेयरों अधिक बिकवाली
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर क्षेत्रीय सूचकांकों में, निफ्टी आईटी शेयरों में सबसे अधिक बिकवाली का दबाव रहा, जिसमें आईटी सूचकांक में 1.4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। निफ्टी मीडिया में 0.98 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि निफ्टी ऑटो में 0.49 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अन्य सेक्टरों में शुरुआती सत्र के दौरान काफी हद तक सपाट या दबाव में शुरुआत हुई।
निफ्टी 50 इंडेक्स में, शीर्ष लाभ में ट्रेंट शामिल था, जिसमें 4 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, जबकि ONGC, हीरो मोटो और इंडसइंड बैंक में भी वृद्धि हुई। सबसे कम रहने की सूची में इंफोसिस, TCS और श्रीराम फाइनेंस शामिल थे।