मुंबई: गत सप्ताह नववर्ष की बदौलत शुरू के तीन दिनों तक निवेशकों की लिवाली कमजोर ही बनी हुई थी, जिससे बीएसई व एनएसई लुढक़ गये थे। जबकि अंत में यह दोनों इंडैक्स 70 प्रतिशत लिवाली बढऩे से संभल गये। उक्त अवधि में बीएसई 34056.83 से बढक़र अंत में 34153.85 अंक हो गया। एनएसई भी 10530.70 से चमककर अंत में 10558.85 अंक रहा। विदेशों में जापानी निक्की सूचकांक गत सप्ताह आरम्भिक (पूर्वाद्रध) तीन दिनों के अंतराल बंद होने के बाद गत शुक्रवार यानि अंत में निवेशकों की भारी लिवाली से 700 अंक से अधिक उछलकर बंद हुआ था।
आलोच्य सप्ताह कलैण्डर नववर्ष शुरू होने से विदेशी निवेशकों की शेयरों में लिवाली कमजोर होने से शुरू के तीन दिनों में बीएसई व एनएसई में गिरावट देखने को मिली थी। इन दिनों बीएसई इंडैक्स औसतन करीब 90 प्रतिशत शेयरों में बिकवाली बढऩे एवं लिवाली कमजोर होने से गत सप्ताह 34056.83 से बुधवार 33793.38 अंक रह गया था। इसी तरह एनएसई भी 10530.70 से गिरकर इसी दिन 10443.20 अंक पर आ गया था। मुख्य कारण एक तो विदेशों में नववर्ष होने से निवेशकों की लिवाली कमजोर बनी हुई थी। घरेलू स्तर पर जो लिवाली थी भी, वह कुछ ही शेयरों में रही, जबकि अधिकतर शेेयरों में बिकवाली का दौर ही रहा।
अंतिम दो सत्रों के दौरान विदेशी निवेशकों की लिवाली बढऩे एवं रुपया अन्य प्रमुख विदेशी मुद्राओं की तुलनात्मक मजबूत होने से बीएसई व एनएसई में बढ़त बन गयी। विदेशी मुद्राओं की आपूर्ति बढऩे से यहां बीएसई अंतिम कार्यसत्र के दौरान बढ़ते हुए 34153.85 अंक तथा एनएसई 10558.85 अंक हो गये। रुपया मजबूत होने से घरेलू प्रमुख औद्योगिक विनिर्माण सूचकांक, उत्पादन व ऑर्डर मिलने की खबरों से दिसम्बर माह के दौरान कई वर्षों के स्तर पर बढ़त के संकेत रहे, जिससे घरेलू शेयर बाजार को ये उक्त सारे कारण पॉज़ीटिव बनाये हुए थे।
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