नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि फिलीपीन की उनकी प्रस्तावित यात्रा आसियान सदस्य देशों तथा भारत-प्रशांत क्षेत्र के साथ रिश्तों को मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक होगी। मोदी भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने फिलीपीन जा रहे हैं। मोदी ने उम्मीद जताई कि मनीला की उनकी इस यात्रा से फिलीपीन के साथ भारत के द्विपक्षीय रिश्तों को भी नया बल मिलेगा तथा आसियान देशों के साथ राजनीतिक सुरक्षा, आर्थिक व सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र में भारत के संबंध मजबूत होंगे।
अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने अपने बयान में उन कार्यक्रमों का खाका भी खींचा है जिनमें वे इस दौरान भाग लेंगे। यह फिलीपीन की उनकी पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। इस यात्रा के दौरान मोदी आसियान-भारत व पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों में भाग लेंगे। वे इस दौरान आसियान, क्षेत्रीय वृहद आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) के नेताओं की बैठक तथा आसियान कारोबार व निवेश शिखर सम्मेलन की 50वीं वर्षगांठ के विशेष कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे।
मोदी ने कहा कि मेरी भागीदारी आसियान के सदस्य देशों विशेषकर एशिया प्रशांत क्षेत्र के साथ संबंधों को लगातार मजबूत बनाने की भारत की प्रतिबद्धता को परिलक्षित करता है। यह मेरी सरकार की पूर्व दिशा में काम करो की सोच के अनुरूप है। उन्होंने कहा है कि आसियान व्यापार व निवेश शिखर सम्मेलन से निकट सहयोग को बल मिलेगा ताकि आसियान के सदस्य देशों के साथ व्यापार संबंधों को प्रगाढ़ बनाया जा सके। इसका हमारे कुल व्यापार में हिस्सा 10.85 प्रतिशत है। मोदी ने कहा है कि उन्हें फिलीपीन के राष्ट्रपति रोद्रिगो दुतेरते के साथ द्विपक्षीय बैठक की प्रतीक्षा है। वे आसियान व पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के अन्य नेताओं से भी मिलने के लिये उत्सुक हैं। वह फिलीपीन में भारतीय समुदाय से भी मिलेंगे।