नई दिल्ली : पेट्रोल और डीजल के दिन पर दिन बढ़ते दामों से आम जनता को फिलहाल राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। पेट्रोल-डीज़ल की क़ीमतें लगातार दूसरे दिन रिकॉर्ड स्तर पर है। ऑयल मार्केटिंग कंपनीज (OMCs) ने सोमवार को पेट्रोल-डीजल के रेट में चारों मेट्रो सिटी में इजाफा कर दिया। इससे पहले रविवार को भी तेल की कीमतों में तेजी आई थी। सोमवार को पेट्रोल के रेट बढ़कर 85 रुपये के स्तर को पार गए। वहीं डीजल के रेट 73.74 रुपये के लेवल पर पहुंच गए। ये दोनों ही भाव देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के हैं।
दिल्ली में पेट्रोल का रेट 77.91 रुपये
सोमवार को दिल्ली में पेट्रोल 77.91 रुपये प्रति लीटर, मुंबई में 85.33 रुपये, कोलकाता में 80.84 रुपये और चेन्नई में 80.94 रुपये हो गया। इन कीमतों में पेट्रोल पर 19.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 15.33 रुपये प्रति लीटर की एक्साइज ड्यूटी शामिल है। इसी तरह सोमवार को दिल्ली में एक लीटर डीजल के दाम 69.46 रुपये, मुंबई में 73.74 रुपये, कोलकाता में 72.31 रुपये और चेन्नई में 73.38 रुपये प्रति लीटर रहे।
चारों मेट्रो सिटी में सोमवार को पेट्रोल के रेट
शहर दाम प्रति लीटर
नई दिल्ली 77.91
कोलकाता 80.84
मुंबई 85.33
चेन्नई 80.94
चारों मेट्रो सिटी में सोमवार को डीजल के रेट
शहर दाम प्रति लीटर
नई दिल्ली 69.46
कोलकाता 72.31
मुंबई 73.74
चेन्नई 73.38
पेट्रोल हाई लेवल पर पहुंचा
दिल्ली समेत अन्य शहरों में सोमवार को पेट्रोल का रेट अब तक का सबसे हाई लेवल है। दिल्ली में डीजल 14 पैसे महंगा होकर 69.32 रुपये पर पहुंच गया। कोलकाता में कीमत 14 पैसे बढ़कर 72.16 रुपये के स्तर पर पहुंच गई. चेन्नई में डीजल 15 पैसे महंगा हुआ और इसकी कीमत 73.23 रुपये प्रति लीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।
तेल के दाम बढ़ने का कारण
इंटरनेशनल लेवल पर कच्चे तेल के दामों में फिर से तेजी देखने को मिल रही है। पिछले एक हफ्ते में क्रूड ऑयल की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। ऐसे में कच्चे तेल की कीमतों में 5 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हुई है। तुर्की में जारी आर्थिक संकट के कारण रुपये में गिरावट चल रही है। ऐसे में ऑयल कंपनियों को कच्चे तेल को आयात करने के लिए ज्यादा खर्च करने पड़ रहे हैं।
आपको बता दें कि पिछले साल जब जुलाई में जीएसटी को लागू किया गया था तब पांच पेट्रो उत्पादों को इसके दायरे से बाहर रखा गया था। यह उत्पाद पेट्रोल, डीजल, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और विमान ईंधन (एटीएफ) हैं। यद्यपि पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी समेत कुछ अन्य मंत्रियों और उद्योग जगत के लोगों की बीच इस बात की चर्चा रही थी कि इन्हें जीएसटी के दायरे में लाया जाए ताकि कीमतों में उतार-चढ़ाव से निपटा जा सके। नाम ना बताने की शर्त पर सूत्र ने बताया कि हालांकि इन्हें जीएसटी में शामिल करने की तत्काल कोई योजना नहीं है।