मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जापान में प्रवासी भारतीयों की सराहना करते हुए उन्हें “दूध में चीनी” कहा और उनकी कड़ी मेहनत और उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि वे जिस भी जगह जाते हैं, उसे समृद्ध बनाते हैं। बुधवार को प्रवासी भारतीयों से बातचीत में एमपी सीएम यादव ने कहा कि “भारतीय दूध में चीनी की तरह हैं। वे जहां भी जाते हैं, मिठास घोलते हैं और आसानी से मिल जाते हैं। हम जिस भी देश में जाते हैं, वहां कल्याण की भावना से जुड़ते हैं”। उन्होंने कहा कि “आपने एक रास्ता खोज लिया है और एक रास्ता बना लिया है। आपने जो बनाया है, उससे आने वाली पीढ़ियां लाभान्वित होंगी।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में भारत में आए महत्वपूर्ण बदलावों की ओर ध्यान दिलाया और इस बात पर प्रकाश डाला कि अब उनकी यात्राओं के दौरान लोग बहुत खुश और उत्सवी हो जाते हैं। मध्य प्रदेश के सीएम ने देश के लिए पीएम मोदी के विजन पर प्रकाश डाला और कहा कि भारत दुनिया में ‘विश्वगुरु’ के रूप में प्रगति करना चाहता है। उन्होंने जापान का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह एक ‘गुरु’ रास्ता रोशन करता है, उसी तरह प्रवासी ‘सूर्य के देश’ में मौजूद हैं।
भारत और जापान के बीच समानताओं पर प्रकाश डालते हुए सीएम यादव ने कहा कि इन समानताओं और संस्कृति के माध्यम से ही भारत और जापान एक-दूसरे के करीब आते हैं। पिछली सरकारों से तुलना करते हुए मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस के शासन में मध्य प्रदेश में केवल 5 मेडिकल कॉलेज थे, जबकि भाजपा सरकार के 20 साल में यह संख्या बढ़कर 30 हो गई है और आगे चलकर 50 तक पहुंच जाएगी।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के किसी मुख्यमंत्री का यह पहला आधिकारिक जापान दौरा है। सीएम यादव ने जापान के भूमि, बुनियादी ढांचा, परिवहन और पर्यटन राज्य मंत्री यासुशी फुरुकावा से भी मुलाकात की और जापान और मध्य प्रदेश के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने और समृद्ध विरासत को बढ़ाने पर चर्चा की।