नई दिल्ली : एशिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्था भारत और जापान इस्पात के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग बढ़ाएंगे। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान एवं जापान के राजदूत एचई केंजी हिरामात्सु के बीच इस्पात और ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग की संभावनाओं पर नई दिल्ली में विशेष चर्चा हुई।
तकनीकी सहयोग और निवेश के अवसर तलाशेंगेइस मौके पर दोनों देशों के बीच इस्पात क्षेत्र में तकनीकी निवेश बढ़ाने के साथ सन्तुलित विकास को बढ़ावा देने वाले ऊर्जा संसाधनों के विकास पर चर्चा हुई। इसके लिए दोनों देश विशेषज्ञता के क्षेत्रों में तकनीक का आदान-प्रदान भी करेंगे। उल्लेखनीय है जापान और भारत ऊर्जा संरक्षण के अलग-अलग प्रयासों में द्विपक्षीय सहयोग की प्रतिबद्धता पहले भी जाहिर कर चुके हैं।
कौशल विकास कार्यक्रम को और भी प्रभावी बनाएगा जापान भारत और जापान के बीच टेक्निकल ट्रेनिंग प्रोग्राम भी संचालित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी कौशल विकास कार्यक्रम को भी जापान सहयोग दे रहा है। जापान की ऑइल एन्ड गैस टेक्नोलॉजी से भारतीय युवाओं प्रशिक्षित करने के लिए धर्मेंद्र प्रधान की पहल पर ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू हुआ था।