भारत में आईटी कंपनियों के निर्यात में 7% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इंदौर के स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन SEZ ने 2024-26 में 4,038.6 करोड़ रुपये का आंकड़ा छू लिया है। यह उपलब्धि AI एंटरप्राइज तकनीक और साइबर सुरक्षा की बढ़ती मांग के कारण है। Impetus Infotech कंपनी का निर्यात 15.9 प्रतिशत घटा है। Yash Tech का निर्यात 96.6 करोड़ रुपये तक ही पहुंच पाया है जिससे यह इस निर्यात में 3.82 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
भारत में आईटी कंपनियों द्वारा सेवाओं और सॉफ्टवेयर का निर्यात में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इंदौर के स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन SEZ ने जानकारी देते हुए बताया कि वित्त वर्ष 2024-26 में यह निर्यात 4,038.6 करोड़ रुपये का आंकड़ा छू लिया है। यह उपल्ब्धि वर्ष 2024 की तुलना में 7 प्रतिशत ज्यादा है। बता दें कि निर्यात में तेजी का कारण AI एंटरप्राइज तकनीक और साइबर सुरक्षा की बढ़ती मांग है।
SEZ के अंतगर्त 22 IT कंपनी
SEZ के डेवलपमेंट कमिश्नर ऑफिस ने जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 2024 के अप्रैल माह से लेकर वर्ष 2025 के मार्च माह तक के समय में यह निर्यात 3,781.6 करोड़ से बढ़कर 4,038.6 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। बता दें कि अभी SEZ के अंतगर्त 22 IT कंपनी और ITS कंपनी है। यह सभी कंपनियां सॉफ्टवेयर क्षेत्र में अपना योगदान देती है।
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TCS का मजबूत प्रदर्शन
Crystal IT पार्क कंपनी ने कुल वित्त वर्ष 2025 में 703.58 करोड़ रुपये का निर्यात किया है। यह निर्यात पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 19 प्रतिशत अधिक है। एक और IT कंपनी Infosys ने 817.10 करोड़ रुपये का निर्यात किया है और TCS का भी मजबूत प्रदर्शन देखने को मिला है। TCS ने 1,847.9 करोड़ रुपये का निर्यात किया है। इस निर्यात के साथ ही 7.10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
Impetus Infotech कंपनी का निर्यात घटा
दोनों IT कंपनियों के निर्यात के साथ ही दो कंपनियों का प्रदर्शन में गिरावट देखने के मिली है। बता दें कि Impetus Infotech कंपनी का निर्यात 15.9 प्रतिशत घटा है। यह घटकर 573.6 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। दूसरी कंपनी Yash Tech का निर्यात 96.6 करोड़ रुपये तक ही पहुंच पाया है जिससे यह इस निर्यात में 3.82 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।