नई दिल्ली : सरकार ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था के तहत कारोबारियों को बड़ी राहत देते हुए कंपोजिशन स्कीम की सीमा 75 लाख रुपए से बढ़ाकर एक करोड़ रुपए कर दी है। साथ ही निर्यातकों को नकदी की कमी से निजात दिलाने के लिए उन्हें तुरंत प्रभाव से रिफंड देने की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया है। जीएसटी परिषद की 22वीं बैठक में कई फैसले लिए गए। इन फैसलों से न सिर्फ छोटे कारोबारियों को राहत मिली है, बल्कि एक आम आदमी के लिए भी इस दौरान कई सौगात दी गई हैं।
परिषद ने कई सामान का जीएसटी रेट घटा दिया है। इसका सीधा फायदा आम आदमी को पहुंचा है। त्योहारी सीजन के मौके पर आए इस फैसले ने आपकी दिवाली की रौनक बढ़ाने का काम किया है। आगे हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी चीजों के बारे में, जो मोदी सरकार ने आपको दिवाली के मौके पर गिफ्ट के तौर पर दिए हैं और जो दे सकती है।
सस्ते हुए कपड़े :
जीएसटी परिषद ने यार्न पर जीएसटी रेट घटा दिया है। इस पर रेट 18 फीसदी रेट को 12 फीसदी कर दिया है। इसका सीधा असर कपड़ों के दाम पर पड़ेगा। रेट में हुए इस बदलाव के बाद आपको दिवाली के इस मौके पर सस्ते कपड़ों का तोहफा मिलेगा।
घर बनाना होगा सस्ता:
दिवाली के मौके पर आप अपने घर को रेनोवेट करना चाहते हैं, तो इसमें होने वाले खर्च से अब आपको राहत मिलेगी। जीएसटी परिषद ने ग्रेनाइट व मार्बल छोड़कर अन्य स्टोन पर जीएसटी 28 से 18 फीसदी कर दिया गया है। इससे मकान बनाना काफी सस्ता होगा।
सोना खरीदने की आजादी :
मोदी सरकार ने साफ कर दिया है कि अब 50 हजार रुपये के सोने की खरीद पर पैन कार्ड दिखाना जरूरी नहीं होगा। इससे न सिर्फ सर्राफा बाजार में रौनक लौटेगी, बल्कि आपके लिए भी ज्वैलरी खरीदना काफी आसान हो जाएगा।
घटेगा रेल किराया :
जीएसटी परिषद के फैसलों से पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संकेत दिए थे कि ऑनलाइन रेल टिकट बुक करना सस्ता हो सकता है। उन्होंने कहा था कि वह बैंकों के साथ एमडीआर चार्ज खत्म करने को लेकर बात कर रहे हैं और इस पर आने वाले दो से तीन दिनों के भीतर फैसला हो सकता है।
एमडीआर चार्ज बैंक डेबिट व क्रेडिट कार्ड से पेमेंट के दौरान लगाता है। इसे आईआरसीटीसी टिकट बुक करने वाले व्यक्ति से वसूलता है। ऐसे में अगर यह चार्ज खत्म होता है, तो ऑनलाइन टिकट बुक करना काफी सस्ता होगा।
घट सकती है पेट्रौल-डीजल की कीमतें
केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर 2 रुपये की एक्साइज ड्यूटी घटा दी है। अब वह राज्य सरकारों से भी कम से कम 5 फीसदी वैट कम करने के लिए भी कह रही है. इसका असर देखने को भी मिल रहा है। गुजरात ने जल्द वैट घटाने की घोषणा कर दी है।
इसके अलावा कुछ चीजों के टैक्स में भी बदलाव किए गए हैं :-
- अनब्रांडेड आयुर्वेदिक दवाओं पर जीएसटी की दर 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी की गई है।
- अनब्रांडेड नमकीन पर भी जीएसटी की दर अब 5 फीसदी कर दी गई है।
- हाथ से बने धागों पर 18 फीसदी की जीएसटी को कम करके 12 फीसदी किया गया है।
- खाने-पीने की डब्बा बंद चीजों (ICDS) पर जीएसटी की दर 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी की गई।
- आम पापड़, खाकरा, चपाती पर टैक्स में 7 फीसदी की कटौती कर 5 फीसदी किया गया है।
- स्टेशनरी के सामना जैसे जेमेट्री बाक्स आदि पर लागू 28 फीसदी के टैक्स को कम करके 18 फीसदी कर दिया है।
- सर्विस दाता जिनका टर्नओवर 20 लाख से कम है. उन्हें इंटरस्टेट सर्विस टैक्स से हटाया गया है।
- पेपर वेस्ट, रबर वेस्ट और ई-कचरे पर टैक्स अब 12 फीसदी के स्थान पर 5 फीसदी लगेगा।
- सर्विस सेक्टर में जॉब वर्क 5 फीसदी के दायरे में लाए गए हैं। इसमें ज़री के काम पर 5 प्रतिशत टैक्स लगेगा।
- डीज़ल इंजन और पानी के इंजन के पुर्जों पर टैक्स दर 28 से घटाकर 18 प्रतिशत।
- निर्माण उद्योग में काम आने वाले पत्थर (ग्रेनाइट को छोड़कर) कोटा स्टोन आदि पर टैक्स अब 18 फीसदी होगा।