दिल्ली के विज्ञान भवन में जीएसटी काउंसिल की आज 31वीं बैठक शुरू हो चुकी है। वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में हो रही बैठक में कई वस्तुओं से टैक्स कमी का फैसला लिए जाने की उम्मीद है। जानकारी के मुताबिक, गाड़ियों के टायर, सीमेंट जैसी चीजों पर दरें 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी तक आ सकती।
जीएसटी की 28 फीसदी की स्लैब में अभी 35 उत्पाद हैं और इसमें 12-14 वस्तुओं को इस टैक्स स्लैब से बाहर लाए जाने की उम्मीद है। 100 रुपये से ज्यादा वाले सिनेमा टिकट भी सस्ते हो जाएंगे। यही नहीं, 5-स्टार होटलों में स्टे पर लगने वाले टैक्स में भी कटौती की उम्मीद है। इससे सरकार के राजस्व में 20 हजार करोड़ रुपये तक कमी की जा सकती है।
वाहनों के टायरों पर जीएसटी दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत किया जा सकता है। इसके साथ ही डिजिटल कैमरा, एयर कंडीशनर, डिश वॉशिंग मशीन, सेट टॉपबॉक्स, मॉनिटर और प्रॉजेक्टर के अलावा कुछ निर्माण उत्पाद मसलन सीमेंट पर भी टैक्स कम हो सकता है।
सीमेंट पर टैक्स की दर को घटाकर 18 प्रतिशत करने से सरकार पर करीब 20,000 करोड़ रुपये का सालाना बोझ पड़ेगा, इसके बावजूद यह कदम उठाया जा सकता है। पीएम मोदी ने कहा था, ‘शुरुआती दिनों में जीएसटी अलग-अलग राज्यों में मौजूद वैट या उत्पाद शुल्क के आधार पर तैयार किया गया था।
हालांकि समय-समय पर बातचीत के बाद कर व्यवस्था में सुधार हो रहा है।’ प्रधानमंत्री ने मंगलवार को संकेत दिया था कि 1,200 से अधिक वस्तुओं और सेवाओं में से 99 प्रतिशत पर 18 प्रतिशत या उससे कम जीएसटी लगेगा। फिलहाल 28 प्रतिशत के ऊंचे कर स्लैब में 34 वस्तुएं हैं।
इनमें वाहन टायर, डिजिटल कैमरा, एयर कंडीशनर, डिश वॉशिंग मशीन, सेट टॉपबॉक्स, मॉनिटर और प्रोजेक्टर के अलावा कुछ निर्माण उत्पाद मसलन सीमेंट शामिल हैं। सीमेंट पर कर की दर को घटाकर 18 प्रतिशत करने से सरकार पर करीब 20,000 करोड़ रुपये का सालाना बोझ पड़ेगा, इसके बावजूद परिषद यह कदम उठा सकती है।