सान जोस : उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कोस्टारिका के राष्ट्रपति कार्लोस अलवराडो कैसादा के साथ मुलाकात की और सीमापार आतंकवाद समेत विभिन्न मुद्दों पर सार्थक बातचीत की। दोनों नेताओं ने सहयोग के उन नये क्षेत्रों के विषय में चर्चा की जिनमें द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने की संभावनाएं हैं। नायडू ने कोस्टारिका की कंपनियों को भारत में निवेश करने को आमंत्रित किया। नायडू शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्थापित यूनिवर्सिटी ऑफ पीस की ओर से मानद डॉक्टरेट की उपाधि दी गयी।
वह यह उपाधि पाने वाले पहले भारतीय हैं। उन्होंने कहा कि कोस्टारिका के राष्ट्रपति कार्लोस कैसादा और मैंने आपसी हितों के कई मुद्दों पर सार्थक और सौहर्द्रपूर्ण बातचीत की। हमारी सार्थक बातचीत के आधार पर हमें इस बात का भरोसा है कि हमारे साझा प्रयास दोनों देशों के बीच जारी संबंधों को मजबूत करेंगे और नये क्षेत्र खोलेंगे। नायडू ने राष्ट्रपति कैसादा से शुक्रवार को सान जोर में कासा प्रेसिडेंशियल (राष्ट्रपति भवन) में मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों में ऐसे सहयोग के ऐसे कई क्षेत्र है जिनके माध्यम से आपसी संबंधों को नयी ऊंचाई पर ले जाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोस्टारिका ने इस बात पर जोर दिया कि भारत इको पर्यटन, स्वच्छ परिवहन, शिक्षा और 2021 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य करने में लाभ उठाना चाहेगा।
उन्होंने कहा कि कोस्टारिका अंतरिक्ष एवं बायो प्रौद्योगिकी, सौर ऊर्जा समेत नवीकरीय ऊर्जा, दवा, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी आईसीटी विशेषकर ई-प्रशासन, जलविद्युत उत्पादन एवं बिजली संयंत्रों के लिए उपकरण विनिर्माण, कृषि मशीनरी , कौशल उन्नयन तथा रेलवे निर्माण समेत जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भारत की मजबूत स्थिति का लाभ उठा सकता है।