ChatGPT के लिए भुगतान करने वाले बिजनेस यूजर्स की संख्या बढ़कर 3 मिलियन हुई - Punjab Kesari
Girl in a jacket

ChatGPT के लिए भुगतान करने वाले बिजनेस यूजर्स की संख्या बढ़कर 3 मिलियन हुई

चैटजीपीटी के बिजनेस यूजर्स की संख्या में तेजी से वृद्धि

ओपनएआई ने घोषणा की कि चैटजीपीटी के लिए भुगतान करने वाले बिजनेस यूजर्स की संख्या 3 मिलियन तक पहुंच गई है। यह वृद्धि AI टूल्स की बढ़ती मांग को दर्शाती है, जिससे कंपनियां अधिक उत्पादक और कुशल बन रही हैं। नए वर्कफ्लो प्रोडक्ट्स और कनेक्टर्स की मदद से उपयोगकर्ता थर्ड-पार्टी टूल्स से डेटा को तेजी से एक्सेस कर सकते हैं।

ओपनएआई ने गुरुवार को घोषणा की कि चैटजीपीटी के लिए भुगतान करने वाले बिजनेस यूजर्स की संख्या बढ़कर 3 मिलियन हो गई है, जो कि इस वर्ष की शुरुआत, फरवरी में 2 मिलियन दर्ज की गई थी।कंपनी ने कहा कि यह मील का पत्थर चैटजीपीटी प्रोडक्ट की बढ़ती मांग को दर्शाता है। अधिक से अधिक बिजनेस ऐसे एआई की तलाश कर रहे हैं जो उन्हें अधिक उत्पादक, कुशल और रणनीतिक रूप से काम करने में सक्षम बनाता है।

कंपनियों को अधिक जटिल और गहन एआई-पावर्ड टूल्स की सुविधा देने के लिए चैटजीपीटी में नए वर्कफ्लेस प्रोडक्ट्स का एक एक्सपेंसिव सेट लाया गया है।वर्तमान में वर्कर्स चैटजीपीटी का इस्तेमाल जवाबों को तुरंत पाने के लिए कर सकते हैं। कनेक्टर्स (बीटा) इंटीग्रेशन का सेट है, जो प्रत्येक वर्कर को उसकी कंपनी की कलेक्टिव इनसाइट का तुरंत एक्सेस देता है, जिससे वे अधिक उत्पादक, प्रभावी और सूचना पाने वाले बनते हैं। एडमिन्स यह भी प्रावधान कर सकते हैं कि वर्कप्लेस पर कौन से कनेक्टर इनेबल रखने हैं।

ओपनएआई ने कहा कि कनेक्टर अब ड्रॉपबॉक्स, बॉक्स, शेयरपॉइंट, वनड्राइव और गूगल ड्राइव के साथ उपलब्ध है। वर्कर्स चैटजीपीटी पर बने रहने के साथ अपने थर्ड-पार्टी टूल से विस्तृत डेटा को जल्दी से खोजने के लिए इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।इसके अलावा, डीप रिसर्च कनेक्टर (बीटा) अब हबस्पॉट, लीनियर के साथ-साथ कई लोकप्रिय माइक्रोसॉफ्ट और गूगल टूल के साथ उपलब्ध हैं।ये डीप रिसर्च पर आधारित हैं, जो एक एजेंट है, जो थर्ड-पार्टी टूल और वेब से जानकारी एकत्र कर उन्हें पेश कर जटिल कामों के लिए मल्टी-स्टेप रिसर्च करता है।

यूजर्स एक्सटर्नल डेटा को कंपनी की इनसाइट के साथ जोड़कर रिसर्च एनालिस्ट की रिपोर्ट के समान निष्कर्षों का अधिक व्यापक सेट तैयार कर सकते हैं।कनेक्टर वर्तमान में सभी टीम, एंटरप्राइज और एडू यूजर्स के लिए उपलब्ध हैं। यूजर्स अपने किसी भी टूल को सुरक्षित रूप से कनेक्ट करने के लिए एमसीपी का इस्तेमाल कर सकते हैं।चैटजीपीटी में रिकॉर्ड मोड टीम यूजर्स को मीटिंग या विचार-मंथन सत्रों को रिकॉर्ड करने और ट्रांसक्राइब करने में सक्षम बनाता है।

ओपनएआई ने कहा कि कनेक्टर अब ड्रॉपबॉक्स, बॉक्स, शेयरपॉइंट, वनड्राइव और गूगल ड्राइव के साथ उपलब्ध है। वर्कर्स चैटजीपीटी पर बने रहने के साथ अपने थर्ड-पार्टी टूल से विस्तृत डेटा को जल्दी से खोजने के लिए इनका इस्तेमाल कर सकते हैं।इसके अलावा, डीप रिसर्च कनेक्टर (बीटा) अब हबस्पॉट, लीनियर के साथ-साथ कई लोकप्रिय माइक्रोसॉफ्ट और गूगल टूल के साथ उपलब्ध हैं।ये डीप रिसर्च पर आधारित हैं, जो एक एजेंट है, जो थर्ड-पार्टी टूल और वेब से जानकारी एकत्र कर उन्हें पेश कर जटिल कामों के लिए मल्टी-स्टेप रिसर्च करता है।

कंपनी ने कहा कि यह फीचर डॉक्यूमेंट्स और सेव्ड फाइल्स जैसी इंटरनल इंफोर्मेशन के साथ भी आसानी से इंटीग्रेट होता है।कंपनियों को अधिक जटिल और गहन एआई-पावर्ड टूल्स की सुविधा देने के लिए चैटजीपीटी में नए वर्कफ्लेस प्रोडक्ट्स का एक एक्सपेंसिव सेट लाया गया है।वर्तमान में वर्कर्स चैटजीपीटी का इस्तेमाल जवाबों को तुरंत पाने के लिए कर सकते हैं। कनेक्टर्स (बीटा) इंटीग्रेशन का सेट है, जो प्रत्येक वर्कर को उसकी कंपनी की कलेक्टिव इनसाइट का तुरंत एक्सेस देता है, जिससे वे अधिक उत्पादक, प्रभावी और सूचना पाने वाले बनते हैं। एडमिन्स यह भी प्रावधान कर सकते हैं कि वर्कप्लेस पर कौन से कनेक्टर इनेबल रखने हैं।

मेक इन इंडिया से FDI में वृद्धि, निवेश 500 अरब डॉलर तक पहुंचा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

18 + 8 =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।