यूनिकॉर्न भारतपे के चल रहे विवाद में एक नया मोड़ आ गया है। कंपनी के को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर अश्नीर ग्रोवर ने इस हाई ड्रामे के बीच अपने पद से रिजाइन कर दिया है। अश्नीर ग्रोवर ने आगामी बोर्ड मीटिंग का एजेंडा मिलने के कुछ देर बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।बोर्ड मीटिंग के एजेंडा में सलाहकार फर्म पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट के आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई पर विचार शामिल है।
भारतपे के प्रबंध निदेशक और बोर्ड निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया
भरतपे ने एक बयान में कहा,अश्नीर ग्रोवर ने आगामी बोर्ड बैठक का एजेंडा मिलने के कुछ मिनट बाद भारतपे के प्रबंध निदेशक और बोर्ड निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया। एजेंडा में उनके आचरण के बारे में पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट को प्रस्तुत करना और उसके आधार पर कार्रवाई करने का विचार करना शामिल था। रिपोर्ट के निष्कर्ष के आधार पर बोर्ड के पास कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित है। इस संबंध में ग्रोवर को भेजे गए सवाल का कोई जवाब नहीं मिला।
बोर्ड से रिजाइन में क्या कहा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अश्नीर ग्रोवर ने अपने रिजाइन में इस बात का उल्लेख किया है कि साल 2022 की शुरूआत से ही कुछ लोगों की ओर से उनपर और उनके परिवार बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उनकी और कंपनी की इमेज को चोट पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। जिससे वो और उनका परिवार काफी आहत हुआ है।
ग्रोवर का इस्तीफा सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (एसआईएसी) द्वारा कंपनी के भीतर चल रही ‘शासन समीक्षा’ के खिलाफ पिछले हफ्ते ग्रोवर की आपातकालीन याचिका को खारिज करने के बाद आया है, जिससे उन्हें इस मामले में कोई राहत नहीं मिली। ग्रोवर ने बोर्ड का जिक्र करते हुए कहा यह दुखद है कि आपका अपने फाउंडर से कंयूनिकेशन टूट गया है। आपके लिए, कंपनी के फाउंडर को जरूरत पड़ने पर दबाए जाने के लिए एक बटन तक सीमित कर दिया गया है। आज, आपने खुलकर बातचीत करने के बजाय मेरे बारे में गॉसिप और अफवाहों पर विश्वास करना चुना है।