नई दिल्ली : बैंक कर्ज में डूबी एस्सार स्टील इंडिया लिमिटेड के अधिग्रहण के लिए दुनिया की सबसे बड़ी इस्पात विनिर्माता कंपनी आर्सेलर मित्तल को लगभग 42,000 करोड़ रुपये में चुन लिया गया है। आर्सेलर मित्तल की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया, यह उसके रेजोल्शून प्लान का हिस्सा है जिसमें कर्जदाताओं ने 49,000 करोड़ के अनपेड लोन की रिकवरी के लिए बोली लगाई है, जिसमें कर्ज के निपटान के लिए 42,000 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान शामिल है और कंपनी के संचालन प्रदर्शन, उत्पादन के स्तर में वृद्धि और लाभप्रदता के उन्नत स्तर में सुधार के लिए 8000 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना है।
क्रेडिटर्स की समिति ने आर्सेलर मित्तल और उसके सहयोगी जापान के निप्पॉन स्टील एवं सुमितोमो मेटल कॉर्प को एक लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) जारी किया है जो कि उन्हें ”सफल आवेदक” घोषित करता है। इस मामले में नया अपडेट ऐसे समय में सामने आया है जब एस्सार स्टील के प्रमोटर्स ने अपने कर्जदाताओं को 54,389 करोड़ रुपये चुकाने का वादा किया है जिसमें 47,507 करोड़ रुपये का अग्रिम नकद भुगतान शामिल है जो कि कर्जदाताओं को दिया जाएगा। इसका मकसद कंपनी को दीवाला प्रक्रिया से बाहर लाना था।