बॉलीवुड इंडस्ट्री बाहर से जितनी चकाचौंद से भरी नज़र आती है, अक्सर अंदर से उतनी ही अँधेरे में होती है। कभी नेपोटिज़्म, कभी कास्टिंग काउच तो कभी कुछ और दर्दनाक सितारे कई बार दुनिया के सामने ले आते है। मतलब ये कहना गलत नहीं होगा कि ये इंडस्ट्री अगर किसी शख्स को आसमान की उचाईयो तक पहुंचा सकती है तो वही दूसरी ओर किसी शख्स का आत्मविश्वास तोड़कर उसे ज़मीन की धूल भी चटा सकती है। ऐसा ही कुछ एक्सपीरियंस बॉलीवुड में अपना नाम बनाने वाली एक्ट्रेस विद्या बालन ने हाल ही में शेयर किया है।
विद्या बालन जब भी बड़े पर्दे पर आती हैं, तो अपने एक्सप्रेशन से वो अपने फैंस का दिल जीत लेती हैं। अपने चेहरे पर दिए गए एक्सप्रेशन से विद्या बालन को खूब सराहना मिलती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक बार अपने चेहरे के चलते विद्या बालन छह महीने तक अपना चेहरा ही आईने में नहीं देख पाई थीं? जी हां, ये सच है और इसका खुलासा खुद विद्या बालन ने एक इंटरव्यू में किया है। विद्या बालन ने इंटरव्यू में खुलासा किया कि कैसे एक प्रोड्यूसर ने उन्हें इतना गंदा महसूस करा दिया था कि वह छह महीने तक अपना चेहरा शीशे में नहीं देख पाई थीं। यह उस समय की बात है जब उन्हें कई फिल्मों से रिप्लेस किया गया था।
विद्या ने कहा कि उनके करियर में एक दौर ऐसा था जब उन्हें एक दर्जन से ज़्यादा फिल्मों से रिप्लेस कर दिया गया था। विद्या ने उस दिन को भी याद किया कि जब एक रिप्लेसमेंट के बाद उन्हें इतना गुस्सा आया कि वह गर्म मौसम में सीधे मरीन ड्राइव से बांद्रा पैदल चलकर गईं। रिपोर्ट के अनुसार, विद्या बालन ने कहा कि हाल के दिनों में, मुझे उनके (यानी वो निर्माता जिन्होंने पहले विद्या को अपनी फिल्मों से रिप्लेस कर दिया था) फोन आए थे, लेकिन मैंने विनम्रता से उनकी फिल्मों का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया। मुझे 13 फिल्मों से बाहर कर दिया गया था। जब एक निर्माता ने मुझे एक फिल्म से रिप्लेस किया तो मेरे साथ उनका व्यवहार बहुत खराब था। उन्होंने मुझे इतना बदसूरत महसूस कराया कि छह महीने तक मैं खुद को आईने में देखने की हिम्मत नहीं जुटा पाई।
एक्ट्रेस ने आगे कहा कि जब मुझे कई फिल्मों में रिप्लेस किया जा रहा था, तब मैंने उस समय के बालाचंदर के साथ दो फिल्में साइन की थीं। मुझे पता चला कि बालाचंदर की फिल्म से भी मुझे रिप्लेस किया गया था और मुझे इसकी जानकारी भी नहीं दी गई थी। मुझे लगा कि कुछ गड़बड़ है क्योंकि हमें शूटिंग के लिए न्यूजीलैंड जाना था, लेकिन उन्होंने मेरा पासपोर्ट ही नहीं मांगा। जब मेरी मां ने बालाचंदर की बेटी को फोन किया, तो हमें पता चला कि मुझे रिप्लेस कर दिया गया है। विद्या ने कहा कि इस घटना के बाद वह बहुत गुस्से में थीं और दिन में बहुत गर्मी होने के बावजूद मरीन ड्राइव से बांद्रा तक वह चलकर गईं। उन्होंने कहा कि कुछ घंटों बाद मुझे एहसास हुआ कि मैं चल रही थी। वो यादें अब धुंधली हैं, लेकिन उन तीन सालों में मैंने जो कुछ महसूस किया, वो सब अब बेकार है।