दिखाया जाएगा कि विराट सई का हवन कुंड अपने हवन कुंड के पास लाकर रख देगा और पाखी
सई के बीच में बैठ जाएगा विराट भगवान से मांगेगा कि वो ही विनायक की असली मां
की राह दिखाएं। सई पाखी से प्रसाद मांगेगी और इसे पाखी अपनी जीत मानेगी और
कहेगी कि वो विनायक के मामले को अदालत में ना लेकर जाए, वो कहेगी कि वो जब चाहे वीनू से मिलने के लिए आ जाए, जैसे विराट आता है सवि से मिलने के लिए और वो इसके लिए
कुछ नहीं कहेगी।
जिसके बदले में सई पाखी को ऑफर देती है कि विनायक
उसके साथ रहेगा और तुम्हारा जब भी मन हो तुम उससे आकार मिल सकती हो इतना ही नहीं
वीनू पाखी को मम्मा बुला सकता है अगर पाखी को ये शर्त मंजूर है तो सई तुरंत केस
वापस ले लेगी। यह बात सुनकर पाखी कहेगी कि वो अपने वीनू को किसी भी हाल में खुद से
दूर नहीं जाने देगी।
जिसके बाद सई उसको कहेगी वो अपना बेटा किसी भी हाल
में उसको नहीं देगी। इतनी कहा सुनी होने के बाद सई पाखी को प्रसाद देती है और उस
प्रसाद को पाखी मना कर देती है। तो वही काकू ने नागपुर का सबसे बड़ा वकील हायर किया
है जिससे विनायक की कस्टडी पाखी और विराट को मिले। विराट सई के खिलाफ भले ही केस
लड़ रहा है, लेकिन अंदर ही अंदर वो
काफी घुट रहा है।
दूसरी तरफ सवि इस बात से बेहद खुश है कि उसके वीनू
दादा जल्द ही उसके साथ रहने आएंगे। वही कोर्ट में जब सई विराट आमने सामने होंगे तो
सई कोर्ट में कहेगी कि पाखी और विराट विनायक के माँ बाप बनने लायक नहीं है इसीलिए
उसे वीनू की कस्टडी मिले वो वीनू की असली माँ है। दोनों कोर्ट में भिड़ते नजर आएंगे
अब देखना होगा विनायक किसको अपनी मा के रूप में चुनेगा।