एक वो भी समय था जब बड़े पर्दे के कलाकार छोटे पर्दे से थोड़ी दूरी बनाकर रखते हैं थे तो वहीं छोटे पर्दें के कलाकारों का सपना होता था सिल्वर स्क्रीन तक पहुंचने का. लेकिन आज बड़े और छोटे पर्दे के बीत ये दूरी सिमटती जा रही है. अब टेलीविज़न के कलाकारों को भी वो पहचान और शोहरत मिलने लगी है जिसके वो हकदार हैं..