तो ये है दिव्या भारती की मौत का राज!!! - Punjab Kesari
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तो ये है दिव्या भारती की मौत का राज!!!

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90 का दशक बॉलीवुड में कई सारे बदलाव लाया था। 90 के दशक में ऐसे कई सितारे बॉलीवुड में आए थे जिनका कोई गाडफ़ाथेर नहीं था और न ही बॉलीवुड में उन्हें कोई जानता था। वो रातों-रात ही इंडस्ट्री के बेहतरीन अभिनेताओं और अभिनेत्रियों की लिस्ट में शामिल हो गए। उन कलालारों की मेहनत को श्रेय देना उनके लिए सम्मान की बात है पर शायद उस दौर में नए चेहरों की मांग ने इन नए कलाकारों को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई थी।

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दिव्या भारती की 5 फरवरी को बर्थ एनिवर्सरी होती है। दिव्या भारती ने 17 साल की उम्र में अपने कैरियर की शुरूआत तेलुगु फिल्म ‘बोबिली राज’ (1990)से की थी। दिव्या भारती ने 3 साल के अंदर ही 21 फिल्मों में काम कर लिया था। इन फिल्मों में 13 बॉलीवुड की फिल्में थी और बाकी साउथ की फिल्में थी।

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जिस दिन दिव्या भारती की मौत हुई थी उस दिन दिव्या ने अपनी शूट कैंसिल कर दी थी। शूट कैंसिल करने के बाद दिव्या ने अपने वर्सोवा वाले फ्लैट पर ड्रेस डिजाइनर फ्रैंड नीता लुल्ला और उनके हसबैंड डॉ.श्याम लुल्ला को अपने फ्लैट पर मिलने के लिए बोलाया था। उस दिन दिव्या भारती के फ्लैट पर क्या हुआ था कुछ ही लोगों को पता होगा। वर्सोवा का फ्लैट दिव्या के नाम पर भी रजिस्टर्ड नहीं था।

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बता दें की नीता और उनके हसबैंड दिव्या के फ्लैट पर रात को 10 बजे आए थे। तीनों ही दिव्या के फ्लैट के लिविंग रूम में ही बैठे थे और शराब पी रहे थे। दिव्या की मेड इस दौरान वहां पर थी। जब वह तीनों बातें कर रहे थे तो अमृता किचन में चली गई थी। दिव्या थोड़ी देर बाद खिड़की की तरफ मुड़ गईं थी। उस वक्त नीता और उनके पति के साथ लिविंग रूम में बैठे थे और दोनों वीडियो देख रहे थे।

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बिल्डिंग की दूसरी खिड़कियों की तरह इस खिड़की में कोई ग्रिल नहीं लगी थी। खिड़की के नीचे पार्किंग एरिया था, लेकिन अफसोस की उस दिन वहां कोई गाड़ी नहीं थी। कुछ देर के लिए दिव्या उस खुली खिड़की पर ही बैठ गईं, लेकिन जैसे ही वो वापसी के लिए मुड़ीं उनका बैलेंस बिगड़ गया। खिड़की का फ्रेम पकड़ने के चक्कर में वो फिसल गईं और सीधे 5 मंजिल नीचे कंक्रीट के फर्श पर जा गिरीं।

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बिल्डिंग से गिरने के बाद दिव्या अपने ही खून में लथपथ पड़ी थीं, लेकिन उनकी सांसें चल रही थीं। हॉस्पिटल ले जाते वक्त उनकी हालत तेजी से बिगड़ी। आखिरकार, उन्होंने कूपर हॉस्टिपल (मुंबई) के इमरजेंसी वॉर्ड में आखिरी सांसें लीं।

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