मशहूर फैशन डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। उन्हें ब्राइडल वर्ल्ड का बादशाह कहा जाता है। अपने डिजाइन से सब्यसाची किसी भी कपड़ें में जान डाल देते हैं। बॉलीवुड की दुनिया में सब्यसाची के डिजाइन किए हुए आउटफिट्स पहनने के लिए सेलेब्स काफी एक्साइडेट रहते हैं। ना सिर्फ बॉलीवुड बल्कि बिजनेस वर्ल्ड में भी लोग अपनी शादियों में सब्यसाची के ही डिजाइन किए कपड़ें पहने की चाह रखते हैं।
बी-टाउन एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा, दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा, कैटरीना कैफ और आलिया भट्ट से लेकर कई सेलेब ब्राइड्स तक ने सब्यसाची की दुल्हन बनकर ही सात फेरे लिए है। अपने डिजाइन को लेकर हमेशा ही सुर्खियां बटोरने वाले सब्यसाची मुखर्जी को सोशल मीडिया पर बुरी तरह ट्रोल किया जा रहा है। ट्रोलिंग की वजह से फैशन डिजाइनर अचानक चर्चा का विषय बने गए हैं।
दरअसल, हाल ही में फैशन डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी ने अपने लेटेस्ट कलेक्शन ‘हेरिटेज ब्राइडल 2023’ को लॉन्च किया जाता था। अपने इसी हेरिटेज ब्राइडल कलेक्शन की वजह से खबरों में आ गए हैं। सब्यसाची के लेटेस्ट कलेक्शन में ज्योमेट्रिकल एंब्रॉयडरी के साथ कच्चे रेशम के लहंगे, प्लंजिंग नेकलाइन वाली चोली और शीयर दुपट्टा शामिल हैं। इस कलेक्शन में सब्यसाची की ट्रेडमार्क लाल साड़ियां भी हैं, जिन पर हाथ से कढ़ाई की गई टिल्ला बॉर्डर है।
सब्यसाची मुखर्जी ने अपने इंस्टाग्राम पर अपने लेटेस्ट कलेक्शन ‘हेरिटेज ब्राइडल 2023’ की तस्वीरें पोस्ट की है। जिसे देखने के बाद नेटिजन्स कुछ खास इंप्रेस नहीं हुए है बल्कि उन्होंने डिजाइनर को ही उल्टा ट्रोल करना शुरु कर दिया है। जहां कई नेटिजंस ने सब्यसाची को उनके रिपीट किए गए डिज़ाइन और पैटर्न के लिए ट्रोल किया। वहीं नेटिजंस के एक वर्ग ने डिज़ाइनर को उनके एक डिज़ाइन में व्याकरण संबंधी गलती के लिए खरी-खोटी सुना रहे हैं।
बता दें कि शेयर की गई एक फोटो में मॉडल ने जो दुपट्टे पहन रखा है उस पर ‘सौभाग्यवती भव’ संस्कृत में लिखा हुआ है। हालांकि, इसमें ग्रामेटिकल मिस्टेक था और कई नेटिजंस ने संस्कृत में गलती बताते हुए डिजाइनर को ट्रोल किया। एक यूजर ने कॉमेंट करते हुए लिखा, “एक ब्रांड के लिए जो विवरण पर अत्यधिक ध्यान देता है, एक बड़ी व्याकरणिक त्रुटि करना ठीक नहीं है। कृप्या। कृपया मुहावरा सही करें। यह स्वरवती भवः नहीं बल्कि स्वरवती भव होता है।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “यह बहुत ही निराशाजनक है! यह भव होना चाहिए भव: नहीं कृपया इसे हल्के में न लें। यह बहुत बड़ी गलती है।”