बॉलीवुड और टीवी की मशहूर हस्ती जो आज हिंदी सिनेमा में किसी पहचान के मोहताज नहीं है वो कोई और नहीं कॉमेडियन कपिल शर्मा है। कपिल शर्मा अपनी शानदार कॉमेडी से जाने जाते है हल ही में कपिल अपनी अपकमिंग फिल्म ‘ज्विगेटो’ के प्रमोशन्स में लगे हुए है तो वही छोटे पर्दे से बड़े परदे के स्टार बने कपिल ने अपने कठिन जीवन और असफलता के दौर को याद किया और बताया कैसे कपिल इससे उभरे थे।
एक इंटरव्यू में कपिल ने अपने निजी जीवन को सांझा किया है इस दौरान कपिल ने बताया कि इतने लोगों द्वारा प्यार किए जाने के बावजूद कोई कितना अकेला हो सकता है।कपिल ने बताया एक पब्लिक फिगर के टूर पर करोड़ो लोग उन्हें जानते है, आप उनका मनोरंजन करते है लेकिन जब आप घर आते है तो आप अकेले हो जाते है। आप खुद के जीवन जीने के लिए स्टेबल नहीं होते है।
नार्मल डेज में मै कैमरा के फ्लैट में रहता हूँ, और जब शाम को बाहर अंधेरा हो जाता है, तो मैं यह नहीं बता सकता कि उस स्थिति में कितना बुरा लग रहा है। आगे कपिल कहते है कि उनका मानना है कि कुछ भी कंडीशन हो, जब कुछ भी स्टेबल नहीं है, ना ख़ुशी है और ना ही दुःख ऐसे में जब उन्होंने अपनी फिल्म के असफल होने के बाद अपने जीवन को समाप्त करने के बारे में सोचा था उस फेज में उनके पास ऐसा कोई नहीं था जिससे वो अपनी फीलिंग्स शेयर कर सके।
कपिल कहते है- मैं जहां से आता हूं, मेंटल हेल्थ ऐसी चीज नहीं है जिस पर चर्चा की जाए मुझे नहीं लगता कि यह पहली बार था जब मैं इस दौर से गुजरा था, हो सकता है, बचपन में मुझे लो फील हुआ हो, लेकिन किसी ने नोटिस नहीं किया होगा। जब आप घर से बहार पैसे कमाने के लिए अकेले जाते है खासतौर से जब आप एक एक्टर होते है उस समय आपकी देखभाल करने वाला कोई नहीं होता है।
कपिल शर्मा का कहना है जब मई अपने इस फेज के बारे में सोचता हूं तो मुझे लगता है कि यह एक अच्छा दौर था जिसके बाद मेरी ज़िंदगी फ़िल्टर हो गई और मैने छोटी-छोटी चीजों का आनंद लेना शरू कर दिया।