बॉलीवुड की 2 हसीनाओं में इस वक्त जबरदस्त तकरार देखने को मिल रही है। दोनों एक-दूसरे को फूटी आंख भी बर्दाश नहीं कर सकतीं। लेकिन बॉलीवुड की आम लड़ाइयों की तरह ये लड़ाई कोई फिल्म या लड़के को लेकर नहीं है। बल्कि ये मामला तो काफी पेचीदा है। दरअसल, यहां बात हो रही है श्रीलंकन ब्यूटी यानी एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस और नोरा फतेही की, जो इन दिनों अपनी झड़प को लेकर सुर्खियों में हैं। सुकेश चंद्रशेखर से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इन दोनों एक्ट्रेसेस का नाम सामने आया है। बस तभी से इन दोनों के बीच विवाद चालू है।
आपको बता दें, ED ने अपनी जांच में जहां जैकलीन को दोषी बताया है वहीं, नोरा को इस केस में विक्टिम कहा गया है। इसके बाद जैकलीन का गुस्सा फुट गया था और उन्होंने नोरा फतेही को लेकर कुछ ऐसा कह दिया जिसके बाद नोरा ने उनके खिलाफ मानहानि का केस ठोक दिया। वहीं, हाल ही में कोर्ट में नोरा ने जैकलीन फर्नांडिस को लेकर कई खुलासे किए। इस दौरान नोरा का कहना था कि उन्हें इस केस में बलि का बकरा बनाया गया। नोरा ने ये भी कहा कि इस केस की वजह से उनका करियर भी दांव पर लगा हुआ है।
नोरा बोलीं कुछ लोगों की इमेज बचाने के लिए मीडिया में मुझे बलि का बकरा बनाया है, क्योंकि मैं एक आउटसाइडर हूं और इस देश में अकेली हूं। वहीं, अब इस मामले में जैकलीन फर्नांडिस के वकील का बयान भी सामने आ गया है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जैकलीन के वकील का कहना है कि उन्हें अभी तक मानहानि केस में कोर्ट से कोई भी नोटिस नहीं मिला है। अपने हालिया बयान में एक्ट्रेस के वकील ने कहा, “हमें माननीय न्यायालयों से कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है इसलिए हम ऐसे किसी भी घटनाक्रम को कन्फर्म नहीं कर सकते।”
“ये सभी जानते हैं कि जैकलीन फर्नांडिस ने कभी भी प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक या सोशल मीडिया पर इस मामले में किसी के भी खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं की है। जैकलीन ने इस मामले में हमेशा डिग्निफाइड और ग्रेसफुल साइलेंस बनाए रखा क्योंकि मामला अभी विचाराधीन है और फैसले के लिए न्यायालयों के समक्ष लंबित है। हालांकि, इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि बिना किसी गलती के उन्हें किसी भी अनवांटेड लीगल प्रोसीडिंग्स में ड्रैग जा सकता है। जब भी कोई कार्रवाई न्यायालय के समक्ष की जाती है, तब इस तरह पब्लिक डोमेन के सामने बयान जारी नहीं किए जाते। ये न्यायालय की अवमानना है।”
“जुडिशल प्रोसीडिंग्स में कुछ पवित्रता होती है जिसकी रिस्पेक्ट की जानी चाहिए, लेकिन अगर जैकलीन को किसी अनवांटेड या फेक केस में उनकी इच्छा के खिलाफ घसीटा जाता है, तो वो दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी। अगर कोर्ट के रिकॉर्ड लीक हो जाते हैं और कानूनी कार्यवाही शुरू करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं, तो कंटेम्प्ट ऑफ़ कोर्ट के लिए अलग से लीगल एक्शन लेने पर विचार किया जा सकता है।