Tv इंडस्ट्री से लेकर बॉलीवुड तक का सफर तय करने वाली एक्ट्रेसSara Arfeen Khan हाल ही में Bigg Boss Season 18 में नजर आई थीं। इस सीजन में जमकर ड्रामा की देखने को मिला था। Punjab Kesari.Com के साथ खास बातचीत के दौरान कशिश कपूर से लेकर बिग बॉस के तमाम कंटेस्टेंट्स के बारे में बातचीत की और बताया कि कैसे उनकी इमेज घर से बाहर खराब की गई थी।
बिग बॉस के घर से आप बाहर आ चुकी हैं अब आपको कैसा लग रहा है?
इस पर रिएक्ट करते हुए सारा ने कहा, “मिस कर रही हूं डेफिनेटली आई मीन तीन महीना अंदर रहने के बाद अभी ऐसा लग रहा है कि कुछ मिसिंग है। ड्रामा मिसिंग है क्योंकि होता ऐसा है कि तीन महीना रहने के बाद आप सब चीज मिस करते हो। वो खाने के ऊपर लड़ाई जो शायद ही हमने जिंदगी में की होगी वो सिली फाइट्स वो चिल्लाना सबकुछ मिस कर रही हूं।”
बिग बॉस के घर में आते ही लोग खाने के लिए क्यों लड़ने लगते हैं?
इस पर अपनी एक्सपीरियंस को शेयर करते हुए सारा ने कहा, “क्योंकि आप जब बिग बॉस के घर में आते हो तो आपके पास कुछ भी नहीं होता मैं एंटरटेनमेंट के लिए मोबाइल या फिर कुछ भी नहीं होता। आपके फोन को ले लिया जाता है। आपको ना टाइम का पता है, ना डेट का पता है तो हमारा जो मोटिव था अगर बिग बॉस हमसे कुछ कराना चाहते हैं तो दो ही चीजों का लालच देंगे या तो नॉमिनेशन से बचने का लालच या तो खाने का लालच। तो यही दो चीज है बाकी तो कुछ है ही नहीं हमारे पास। तो इन दो चीजों के ऊपर लड़ाई होती थी क्योंकि गेम्स भी उस तरह से डिजाइन होते थे कि अगर हम यह करेंगे तो हमको अच्छा राशन मिलेगा और नहीं करेंगे तो नहीं मिलेगा।”
टीवी इंडस्ट्री में और बॉलीवुड इंडस्ट्री में क्या कुछ डिफरेंस रहता है?
टीवी और बॉलीवुड के बारे में बात करते हुए सारा ने कहा, “डिफरेंस होता है सबसे पहले तो काम करने का अंदाज एकदम अलग होता है, जो बॉलीवुड सेलिब्रिटीज है वो कभी भी उनका फोकस अपने ऊपर ज्यादा नहीं होगा। टीवी में टेलीकास्ट का चक्कर होता है। टेलीकास्ट का स्ट्रेस होता है कि कल का टेलीकास्ट है परसों का टेलीकास्ट है तो वहां प्रेशर ज्यादा होता है और बॉलीवुड का काम आराम से होता है।”
क्या बिग बॉस के घर के बाहर आपकी इमेज खराब की गई?
इमेज पर बात करते हुए एक्ट्रेस ने बताया, “बिग बॉस एक तो रियलिटी शो है, जो ड्रामा पर चलता है। अगर आप न्यूज चैनल्स देखो कुछ भी देखो तो आपको हैप्पी चीज ज्यादा पसंद नहीं आएगी लोगों को ड्रामा पसंद आता है। जब मुझे एलिमिनेट किया तो दो दिन में मैं बहुत ही डाउन हो गई चुप हो गई, लेकिन उसके बाद मैंने सोचा कि ओके कपल जाते हैं तो उनको टारगेट होता है तो नेक्स्ट मैं टारगेट थी। तो मैंने बोला अब मैं दिखाऊंगी और सोशल मीडिया पर ट्रोल करने वाले हमेशा करेंगे आप अच्छा करो तो भी आप ट्रोल होंगे आप बुरा करो तो भी ट्रोल होंगे।
कुछ लोगों ने Arfeen के काम का भी मजाक उड़ाया
इस पर रिएक्ट करते हुए सारा ने कहा, “माइंड कोच का मतलब यह नहीं है कि आप अपने इमोशंस को नहीं एक्सप्रेस करो या आप डीप उस चीज को फील ना करो अगर जो भी है। इनफैक्ट आई फील कि माइंड कोच जो लोग बहुत मन से क्लियर है वो जो दिल में होता है वो बोल देते हैं और बोलने के बाद वो क्लियर हो जाते हैं। आपने देखा होगा हमारा झगड़ा भी होता था तो मैं बोल देती थी। मुझे जो बोलना है और उसके बाद उन्हीं के साथ बैठकर मैं हंसी मजाक करती क्योंकि एक बार जो था वो सब निकल गया तो अब सब क्लियर है।
करणवीर मेहरा का आपके ऊपर अग्रेशन देखने को मिलता था क्या रीजन था?
सारा ने बताया, “करणवीर के साथ अगर आप हमारे पहले के एपिसोड देखो तो मैं और करणवीर एक्चुअली हम बहुत फ्रेंडली जोन में थे। हम नोंकझोंक करते थे, मस्ती करते थे, लेकिन करणवीर को क्या हो गया ना वो आपकी बातें सुनता था, न आपकी पर्सनल कहानी सुनता था और कई सिचुएशंस में वो पर्सनल चीजों को यूज करके मैनिपुलेट करके सिचुएशंस में फेंकता था।
क्या वाकई पहले से ही डिसाइड करते हैं कि ट्रॉफी किसको मिलने वाली है?
इसको लेकर सारा ने कहा, “मेकर्स पॉपुलरिटी के हिसाब से देखते हैं। पॉपुलर के हिसाब से तो आपको वोट्स ज्यादा मिलते हैं। जितना आपका सोशल मीडिया एक्टिव है उतना आपको ज्यादा वोट्स मिलेंगे। आप उनके पास जाए और पूरा वोटिंग का नंबर्स ढूंढ लें। हां, रजत कई हफ्तों से नंबर टॉप में था, लेकिन बाद में बहुत सी चीजें हुईं, जिसकी वजह से ट्रॉफी रजत को नहीं मिली।”