फिल्म ‘अबीर गुलाल’ को लेकर विवाद तब बढ़ा जब रिद्धि डोगरा ने फवाद खान की फिल्म का समर्थन किया और उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। रिद्धि ने खुलकर कहा कि उन्होंने देश के समर्थन में अपनी भावनाएं व्यक्त की थीं और डराने-धमकाने की कोशिशों के बावजूद अपने विचारों पर अडिग रहने का निर्णय लिया।
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की बॉलीवुड में वापसी तो नामुमकिन सी लग रही है। हालांकि इसके बावजूद भी बॉलीवुड के कई सितारे इस फिल्म को रिलीज करने की मांग करते नजर आए। बता दें, फिल्म अबीर गुलाल में फवाद खान के अलावा वाणी कपूर और रिद्धि डोगरा मुख्य भूमिकाओं में हैं, जो कि 9 मई को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली थी। लेकिन भारत सरकार द्वारा इस फिल्म पर पूरी तरह से बैन कर दिया गया है।
जम्मू में हुई पैदा
वहीं फिल्म को लेकर विवाद तब बढ़ गया जब एक्ट्रेस रिद्धि डोगरा ने देश विरोधी भावना के खिलाफ खुलकर अपनी बात रखी। इसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें जबरदस्त ट्रोलिंग और ऑनलाइन बदसलूकी का सामना करना पड़ा। बता दें, रिद्धि जम्मू में पैदा हुईं और पली-बढ़ीं हैं और अब उन्होंने ट्रोलर को जवाब देते हुए गुस्सा ज़ाहिर किया है और इस मामले को लेकर अपना एक्सपीरियंस शेयर किया है।
बुरी तरह ट्रोल किया
रिद्धि ने कहा कि उन्होंने अपने देश के समर्थन में केवल अपनी भावनाएं व्यक्त की थीं, लेकिन उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया, “मुझे बहुत बुरी तरह ट्रोल किया गया। लोगों ने कहा, ‘अरे, लेकिन इसने तो एक पाकिस्तानी एक्टर के साथ काम किया है।’ जैसे कि यही बात मेरी पर्सनालिटी को दिखाती हो।” हालांकि ट्रोलिंग के बावजूद, रिद्धि ने अपने विचारों पर टिके रहने का फैसला किया।
डराने-धमकाने की कोशिश
मीडिया से बातचीत के दौरान रिद्धि ने कहा, “मुझे डराने-धमकाने की कोशिश मत करो। मैं भी इस देश की उतनी ही नागरिक हूं जितने आप हैं। जब मैंने ये फिल्म की थी, तब सारे कानूनी दायरे में रहते हुए काम किया था। आज जब देश एक कठिन दौर से गुजर रहा है, तो मैं अपनी सेना और अपने देश के साथ खड़ी रहना चाहती हूं।”
अमृतसर में ब्लैकआउट
रिद्धि ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर भी प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि यह घटना उनके लिए बेहद भयानक थी। उन्होंने कहा कि वे लगातार जम्मू में अपने परिवार और अमृतसर में अपने रिश्तेदारों से संपर्क में थीं। उन्होंने बताया, “वहां ब्लैकआउट था और लोगों को छतों से आसमान में अजीब रोशनियां और उड़ती हुई वस्तुएं दिख रही थीं। हम केवल प्रार्थना और इंतजार कर सकते थे।” उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने अपने घरवालों की सुरक्षा के लिए दुआएं कीं और देश की सेना के प्रति आभार महसूस किया। “हमारी सेना जो करती है, वह कर्ज नहीं चुकाया जा सकता।” उन्होंने इमोशनल होते हुए कहा,“ऐसा डर तो आप अपने दुश्मनों के लिए भी नहीं चाहेंगे।”