अगर मैं आपसे ये पूछूं की क्या आप शिवाजी महाराज को जानते हैं तो शायद आपके दिमाग में यही ख्याल आएगा कि मैं भला ऐसा अटपटा सवाल क्यों कर रही हूं क्योंकि शिवाजी महाराज को तो देश का बच्चा-बच्चा जानता है, लेकिन वही अगर मैं आपसे संभाजी महाराज के बारे में पूछूं तो शायद कुछ ही लोग ऐसे होंगे जिन्हें संभाजी महाराज की हिस्ट्री पता होगी। विक्की कौशल (Vicky Kaushal) और रश्मिका मंदाना की स्टाटर फिल्म ‘छावा’ संभाजी महाराज के जीवन पर ही आधारित है, संभाजी महाराज के। बारे में जानना हर किसी के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन क्या यह फिल्म हिस्ट्री को अच्छे से प्रेजेंट कर पाई है। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि क्या रश्मिका अपने किरदार को अच्छे से निभा पाई हैं और क्या आपको ये फिल्म देखनी चाहिए या फिर नहीं।
विक्की कौशल की एंट्री
बात करें अगर कहानी की शुरुआत कि तो Vicky Kaushal की एंट्री को काफी ग्रैंड तरीके से दिखाया गया है साथ ही साथ जब शुरुआत में आप विक्की कौशल की एंट्री देखेंगे तो कुछ पल के लिए हैरान हो जाएंगे कि क्या वाकई में ये विक्की कौशल हैं? जैसे हम हो गए थे मूवी देखते वक्त, स्टोरी की शुरुआत में ये तो क्लियर हो जाता है कि यह पूरी फिल्म संभाजी महाराज की जीवन पर आधारित है, जिसकी शुरुआत में ही आपको बुरहानपुर की लड़ाई देखने को मिलेगी।
फिल्म की कहानी
बात करें अगर फिल्म की स्टोरी लाइन की तो स्टोरी लाइन तो कहानी की शुरुआत छत्रपति शिवाजी महाराज के निधन के बाद शुरू होती है। जहां शिवाजी महाराज के निधन के बाद मुगल सम्राट औरंगजेब को पूरी तरह से ये लगने लगता है कि अब मराठा साम्राज्य का कोई अस्तित्व नहीं रहा है और वो अब बहुत आराम से मराठों पर राज कर सकता है, लेकिन वो सभी इस बात से बेहद अनजान थे कि छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे छत्रपति संभाजी महाराज अपने पिता की राह पर चलकर अकेले स्वराज की रक्षा करने में सक्षम हैं।
औरंगजेब के बीच युद्ध
पिता के निधन के बाद संभाजी महाराज मुगलों के सबसे प्यारे शहर पर हमला कर उस पर जीत हासिल करते हैं, जिसके बाद ही फिल्म के मेन कहानी की शुरुआत होती है, जिसमें संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच हुए कई युद्ध को दिखाया गया है कि किस तरह से औरंगजेब अपनी पूरी सेना के साथ संभाजी महाराज के वर्चस्व को खत्म करने के लिए निकल पड़ता है, लेकिन क्या औरंगजेब अपनी योजना में सफल होता है? संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच युद्ध के क्या परिणाम होते हैं? ये जानने के लिए आपको ये फिल्म सिनेमाघर में जाकर देखना होगा।
स्टारकास्ट और उनकी एक्टिंग
Maddock की फिल्म है तो स्टारकास्ट का जबरदस्त होना भी तय है। वैसे तो फिल्म में कई कलाकार हैं, लेकिन कुछ को देखने के बाद आपको ये भी लगेगा कि इनका तो मूवी में कोई काम नहीं था तो कई Actors ने जबरदस्त परफॉरमेंस दिया है। फिल्म में छत्रपति संभाजी महाराज की भूमिका में विक्की कौशल, महारानी येसुबाई की भूमिका में रश्मिका मंदाना, मुगल बादशाह औरंगजेब की भूमिका में अक्षय खन्ना, सर सेनापति हंबीराव मोहिते की भूमिका में आशुतोष राणा, कवि कलश की भूमिका में विनीत कुमार सिंह, सोयराबाई की भूमिका में दिव्या दत्ता और औरंगजेब की बेटी जीनत-उन-निसा बेगम की भूमिका में डायना पेंटी समेत कई एक्टर्स आपको नजर आएंगे।
ये फिल्म देखनी चाहिए या नहीं?
अगर बात करें पूरी फिल्म कि तो इस फिल्म में हिस्ट्री को बताया गया है। इसमें कोई शक नहीं है कि एआर रहमान ने अपने संगीत से फिल्म में जान डाल दी है। इसके साथ ही फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक भी जबरदस्त है जो आपके अंदर जोश पैदा करने के लिए काफी है। विक्की कौशल और आशुतोष राणा ने इस फिल्म में भी अपना बेस्ट दिया है। रश्मिका का परफॉरमेंस तो काफी अच्छा था मगर कहीं कहीं वो इमोशनल सीन नहीं कर पाई हैं। हिस्ट्री को जानने के लिए आपको ये फिल्म जरूर देखनी चाहिए। इस फिल्म को Punjab Kesari.com 3 स्टार देता है।