फिल्म ‘छावा’ (Chhaava) इस समय बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाल दिखा रही है। इस फिल्म में संभाजी महाराज के भाई का किरदार प्ले करने वाले एक्टर वरुण बुद्धदेव (Varun Buddhadev) के काम की भी जमकर तारीफ की जा रही है। ‘छावा’ से पहले वरुण बुद्धदेव ने बॉलीवुड में कई फिल्में की है। पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) से लेकर रणबीर हुड्डा तक हर किसी के साथ वरुण ने काम किया है। इतना ही नहीं इन्होंने इतनी कम उम्र में नेशनल अवॉर्ड भी अपने नाम किया है। हमारे साथ खास बातचीत के दौरान वरुण बुद्धदेव ने अपने फिल्मी करियर में पंकज त्रिपाठी, रणबीर हुड्डा समेत कई बातों पर खुलकर बातचीत की।
फिल्म ‘Chhaava’ से और अपने किरदार से क्या कुछ सिखने को मिला?
‘छावा’ को लेकर वरुण ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि ऑडियंस का मुझे इतना प्यार मिला है और लोगों को उनके बारे में पता चल रहा है क्योंकि हमारे हिस्ट्री में इनके बारे में ज्यादा कुछ नहीं है। मैं खुश इसलिए भी हूं क्योंकि मुझे इतनी बड़ी फिल्म में एक रोल मिला वो भी छत्रपति संभाजी महाराज के भाई का। मैं इसके लिए खुशनशीब हूं।”
‘Chhaava’ में अपने किरदार के लिए आपने कैसी तैयारी की?
‘छावा’ की तैयारी को लेकर वरुण ने बताया कि यह महाराष्ट्र के कल्चर से जुड़ा हुआ है तो मुझे मराठी इतने अच्छे से नहीं आती थी। इसलिए मैं अपने दोस्त के घर जाया करता था और उनसे मराठी में बातचीत किया करता था। मेरे कई मराठी दोस्त भी हैं तो ‘छावा’ में अपने किरदार को अच्छे से निभाने के लिए मैंने मराठी भाषा पर जमकर काम किया था।
‘कड़क सिंह’ में आपने पंकज त्रिपाठी के साथ काम किया तो उसमें आपका एक्सपीरियंस कैसा रहा?
पंकज त्रिपाठी के साथ काम करने के एक्सपीरियंस पर वरुण ने बताया कि वह बहुत शांत रहते थे जब भी वह सेट पर आते थे हमेशा पूछते रहते थे क्या चल रहा है। आगे क्या करना है हमारे बीच इसको लेकर खास बातचीत ही होती थी। वह हमेशा मुझे बताते थे कि आगे किस तरह की फिल्मों का सिलेक्शन करना है। हमारे बीच काफी अच्छी बॉन्डिंग है।
पंकज त्रिपाठी और आप दोनों ही नेशनल अवॉर्ड जीत चुके हैं। दोनों के बीच किस तरह की बातें होती हैं?
वरुण ने इसपर कहा, “हमारे बीच नेशनल अवार्ड से रिलेटेड एक जोक है, जिसे मैं शेयर नहीं करूंगा। वो कहते हैं कि मुझे इतने कम उम्र में नेशनल अवॉर्ड मिला है तो फिल्मों को लेकर अपनी चॉइस अच्छा रखूं, क्योंकि इस अवॉर्ड के लिए लोगों को काफी मेहनत करनी पड़ती है।”
पंकज त्रिपाठी के साथ कैसा बांड था?
पंकज संग बॉन्डिंग पर वरुण ने कहा, “मुझे उनके घर का मोमोज बहुत पसंद है। जब मैं उनके घर पर प्रैक्टिस के लिए जाता था तो वह मोमोज जरूर खिलाते थे और अभी भी जब मिलता हूं तो उनसे कहता हूं कि घर का बना मोमोज मेरे लिए ले आएं।”
‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ में आपने रणदीप हुड्डा के साथ काम किया है बतौर डायरेक्टर वो कैसे हैं?
रणदीप हुड्डा के साथ काम करने को लेकर वरुण ने कहा, “जब मैं उनसे उनके घर पर पहली बार मिला था तो मैं शॉक हो गया था। मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि ये वही हैं क्योंकि वो वीर सावरकर के रोल को परफेक्ट बनाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने काफी वजन कम किया था। वह एक्टर तो अच्छे हैं ही, लेकिन वह बतौर प्रोड्यूसर भी काफी अच्छे हैं। जब तक उनका कोई सीन परफेक्ट नहीं मिलता तब तक वह उसे कंटिन्यू करते हैं। परफेक्शन के मामले में वह काफी अच्छे हैं।
‘Bulbbul’ में आपके किरदार को काफी ज्यादा प्यार मिला था वो किरदार आपको कितना पसंद है?
फिल्म ‘बुलबुल’ के एक्सपीरियंस को शेयर करते हुए वरुण ने कहा, “यह फिल्म Covid के टाइम पर रिलीज हुई थी, लेकिन मैंने इसकी शूटिंग उससे पहले ही कर ली थी, जिसके काफी वक्त बाद यह फिल्म रिलीज हुई थी। तब मैं काफी छोटा था। यह फिल्म देखने के बाद हर कोई मुझे मैसेज कर रहा था और किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि वो मैं ही हूं। इस फिल्म से भी मुझे अच्छी पहचान मिली है।