अमिताभ बच्चन ने 1965 के भारत-पाक युद्ध को याद करते हुए सोशल मीडिया पर अपने पिता हरिवंश राय बच्चन की कविता साझा की। उन्होंने सेना की बहादुरी का सम्मान किया और प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की। इस पोस्ट ने देशभक्ति की भावना को जीवित किया और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर अक्सर अपने विचारों को शेयर करने के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में जब पहलगाम आतंकी हमले को लेकर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, तो उन्हें ट्रोलर्स के निशाने पर आना पड़ा, जिसके बाद अमिताभ बच्चन ने एक ट्वीट शेयर किया जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। वहीं अब एक बार फिर बिग बी ने अपने एक्स हैंडल पर एक ट्वीट शेयर कर 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध को याद किया है, जो अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।
“सेना की बहादुरी को सलाम”
अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अमिताभ बच्चन ने एक पुरानी कविता की कुछ पंक्तियां साझा कीं, जो उनके पिता और प्रसिद्ध कवि हरिवंश राय बच्चन द्वारा 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान लिखी गई थी। इस कविता के माध्यम से उन्होंने न केवल सेना की बहादुरी को सलाम किया, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की भी सराहना की।
अमिताभ ने इस पोस्ट में लिखा, “जय हिंद। बाबूजी की एक कविता की कुछ पंक्तियां साझा कर रहा हूं। यह कविता उस समय लिखी गई थी जब 1965 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था।”
T 5376(i) – 👇🏽👇🏽👇🏽
the meaning of the poem words below on T 5376 ..These words of the title are from the Tulsidas Ramcharit Manas .. तूलिसदास रामचरित मानस … the sage Tulsidas’s Ramayan ..
“सूर समर करनी करहिं, कहि न जनावहिं आप” पंक्ति का अर्थ है कि शूरवीर अपने पराक्रम को…
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) May 11, 2025
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“सूर समर करनी करहिं”
उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास की रामचरितमानस से एक प्रसिद्ध पंक्ति भी शेयर की “सूर समर करनी करहिं, कहि न जनावहिं आप।” इसका अर्थ समझाते हुए अमिताभ ने लिखा कि शूरवीर अपनी बहादुरी को कार्यों से दिखाते हैं, न कि बातों से। वे युद्धभूमि में अपनी वीरता का प्रमाण देते हैं, न कि अपनी प्रशंसा स्वयं करते हैं। उन्होंने यह भी लिखा कि “कायर लोग ही युद्ध में दुश्मन को देखकर अपनी वीरता की डींगें मारते हैं, जबकि सच्चे योद्धा चुपचाप अपने कर्म से सब सिद्ध करते हैं।”
T 5376 – जय हिन्द 🇮🇳
बाबूजी की एक कविता की कुछ पंक्तियाँ _ pic.twitter.com/bej9IPA8Wn— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) May 11, 2025
60 साल पुरानी कविता
इस पोस्ट के जरिए अमिताभ बच्चन ने यह दर्शाने की कोशिश की कि कैसे उनके पिता की 60 साल पुरानी कविता आज भी उतनी ही अहम और प्रेरणादायक है, जितनी उस समय थी। उन्होंने बताया कि इस रचना के लिए हरिवंश राय बच्चन को 1968 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया था। वहीं बिग बी का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और फैंस उन्हें देशभक्ति की भावना के लिए सराह रहे हैं। कई लोगों ने उनके कमेंट सेक्शन में आकर उन्हें धन्यवाद कहा कि उन्होंने एक बार फिर अपनी लेखनी से राष्ट्रभक्ति को जीवित कर दिया।