अमेरिका पहुँचने तक सोनाली बेंद्रे नहीं जानती थी कि उनके बचने का सिर्फ 30 % चांस है ! - Punjab Kesari
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अमेरिका पहुँचने तक सोनाली बेंद्रे नहीं जानती थी कि उनके बचने का सिर्फ 30 % चांस है !

अमेरिका जाने पर जब उनकी मुलाकात डॉक्टर से हुई तब सोनाली बेंद्रे को मालूम पड़ा की उन्हें स्टेज

बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे ने जिस तरह कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से जंग जीतकर लाखों लोगों के सामने मिसाल पेश की है। बीते साल जब सोनाली ने अपने कैंसर की खबर फैंस को दी थी तो हर किसी के होश उड़ गए थे पर अब सोनाली सकुशल भारत लौट आयी है।

सोनाली बेंद्रे

सोनाली बेंद्रे हाल ही में अमेरिका से इलाज कराकर वापस भारत लौटी है और जिस वक्त वो अमेरिका में इलाज करा रही थी तब भी वो सोशल मीडिया पर फैंस के साथ अपडेट रहती है और अपनी सेहत के बारे में बताती रहती थी।

सोनाली बेंद्रे

अब सोनाली बेंद्रे भारत आ गयी है और एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कई ऐसे राज खोले है जो उनकी कैंसर की बिमारी से जुड़े है। सोनाली ने बताया की की उन्हें अमेरिका जाने से पहले ये तक मालूम नहीं था की उन्हें किस स्टेज का कैंसर है।

सोनाली बेंद्रे

अमेरिका जाने पर जब उनकी मुलाकात डॉक्टर से हुई तब उन्हें मालूम पड़ा की उन्हें स्टेज 4 कैंसर है बल्कि उनके सिर्फ 30% बचने के चांस हैं। उनके पति गोल्डी बहल को इस बात की जानकारी पहले से थी पर उन्होंने ये बात सोनाली से छिपाये रखी।

सोनाली बेंद्रे

सोनाली ने बताया की जब गोल्डी को पता लगा की उनकी तबियत बहुत ज्यादा खराब है तो उन्होंने तुरंत अमेरिका जाने का फैसला लिया और इस दौरान सोनाली और उनके बीच काफी झगड़ा भी हुआ। लेकिन फिर भी गोल्डी बहल रास्ते भर न्यूयॉर्क जाने के लिए मनाते रहे।

सोनाली बेंद्रे

सोनाली ने बताया की वो इलाज के लिए न्यूयॉर्क नहीं जाना चाहती थी लेकिन गोल्डी चाहते थे की अमेरिका में सोनाली का इलाज हो। सोनाली ने गोल्डी से कहा की भारत में भी अच्छे डॉक्टर्स है और यहाँ रहकर भी इलाज हो सकता है पर गोल्डी नहीं माने।

सोनाली बेंद्रे

रात भर फ्लाइट में झगड़ा करने के बाद सुबह सोनाली और उनके पति गोल्डी बहल अमेरिका पहुंचे तो सीधे डॉक्टर्स के पास पहुंचे। डॉक्टर्स ने सोनाली बेंद्रे को बताया की उन्हें चौथी स्टेज का कैंसर है और उनके बचने के चांस सिर्फ 30 % है। इतना सुनने के बाद सोनाली के होश उड़ गए और तब उन्होंने गोल्डी बहल से कहा , ”शुक्रिया कि तुम मुझे यहां ले आए।’

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