बिहार के CM नीतीश कुमार कई दिन से 24 के चुनाव को लेकर तैयारी कर रहे है एसा लग रहा है कि वो 24 के चुनाव में बीजेपी को हर हाल में सबक सिखाना चाहते है। इस लिए वो पहले से ही तैयारी शुरु कर चुके है। लगातार वो विपक्ष को एकजुट करने के लिए बैठकें कर रहे है ।
दिल्ली में नीतीश की बैठक
12 अप्रैल भी एक बार फिर उन्होंने दिल्ली का रुख किया है और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की। इस दौरान बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार सरकार के मंत्री संजय झा भी इस बैठक में शामिल रहे।
विपक्षी एक एकजुटता को लेकर बनी सहमती
इस बैठक के कई मायने निकाले जा रहे है एसा माना जा रहा है कि बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष की सहमती बन चुकी हैा विपक्ष के साथ हुई बैठक को लेकर
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अभी बात हो गई है। हमने काफी देर चर्चा की है। अधिक से अधिक पार्टियों को पूरे देश में एकजुट करने का प्रयास करना है। हम आगे एक साथ काम करेंगे ये तय हो गया है। मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने भी इसे विपक्ष को एक करने में एक बेहद ऐतिहासिक कदम बताया है।
बीजेपी को हराने की तैयारी शुरु
नीतीश की बात से तो साफ हो गया है कि विपक्ष की सहमती बन चुकी है। तो क्या अब नीतीश पीएम बनने का सपना पूरा कर पाएंगे क्योंकी बार बार कहा जाता रहा है कि नतीश कुमार पीएम बनने के लिए विपक्ष को एक कर रहे है। हालांकि नीतीश कुमार साफ कर चुके है की उन्हें पीएम नहीं बनना उनकी एक ही जीद है की किसी भी तरह बीजेपी को हराया जाए। उनके इस प्लेैन को लेकर बीजेपी कह रही है कि नीतीश पहले बिहार संभाल लें उसके बाद वो पीएम बनने का सपना देखे।
अमित शाह पर बरसे थे नीतीश
हाल ही में अमित शाह ने नीतीश पर हमाला बोला था और चुनाव को लेकर उन्होंने स्पष्ट कहा था कि ललन सिंह नीतीश कुमार और लालू से हम कभी हाथ नहीं मिलाएंगे उनके लिए बीजेपी के दरवाजे हमेशा हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं। तो इस तरह से विपक्षी एकता की बैठक को लेकर चर्चा तेज हो गई और इसके सियासी मायने निकाले जा रहे है।