लोजपा (रामविलास) ने पटना उच्च न्यायालय के स्पष्ट निर्देश के बावजूद राज्य में शराबबंदी कानून को निष्प्रभावी बनाने वाले सिंडीकेट के खिलाफ अब तक किसी तरह की कार्यवाही नहीं किए जाने पर आश्चर्य प्रकट किया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक राजू तिवारी ने कहा है कि आज भले पुलिस शराब की खरीद बिक्री को रोकने के लिए छापेमारी की कार्रवाई कर रही है पर इसमें ईमानदारी कम और दिखावा पन ज्यादा है उन्होंने सवालिया लहजे में जानना चाहा कि शराब के अवैध कारोबार में लिप्त किसी सरगना की गिरफ्तारी क्यों नहीं की गई है उन्होंने कहा कि पटना उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश ने भी इस पर हैरानी प्रकट की है ।
श्री तिवारी ने आरोप लगाया कि कार्रवाई के नाम पर वंचित समाज के गरीब लोगों को जेल में बंद कर दिया गया है जबकि सरगना बाहर रहकर अपना कारोबार कर रहे हैं यही वजह है कि शराब की होम डिलीवरी जारी है और शराब बेचने तथा पीने की गतिविधि भी नियंत्रित नहीं हो रही है उन्होंने सरकार की शराबबंदी की नीति को कमजोर बताते हुए कहा कि अब तक इसका कोई प्रभावी असर इसलिए नहीं हो सका क्योंकि सरकार की नियत में खोट है लोजपा (आर) के प्रदेश प्रवक्ता चंदन सिंह ने सरकार को सुझाव दिया है कि वह अभिलंब इस पर सर्वदलीय बैठक बुलाकर एक ठोस कार्ययोजना बनाए उन्होंने कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो इसका नुकसान राज्य के गरीब एवं वंचित वर्ग को और अधिक उठाना पड़ेगा।