विपक्षी दल कुछ भी कर ले बिहार में उन्हें कुछ हासिल होने वाला नहीं है। विपक्षी एकता के लिए आने वाले नेताओं को बिहार में सिर्फ लिट्टी चोखा मिलेगा, वोट नहीं मिलने वाला। राहुल गांधी, अखिलेश यादव, केजरीवाल कई साल से बिहार नहीं आए। ममता बनर्जी भी बिहार नहीं आती हैं । वो आएँ उनका स्वागत है लेकिन उन्हें बिहार में चिट्ठी चोखा के अलावा कुछ मिलने वाला नहीं है।शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अन्य राज्यों में घूम घूमकर नाना प्रकार के व्यंजन खा रहे हैं, बिहार आने वाले नेताओं को भी उन्हें खिलाना पड़ेगा। विपक्षी एकता के लिए जुटने वाले नेता बढ़िया लंच डिनर करेंगे, अच्छे सपने देखेंगे लेकिन उनके सभी सपने, सभी ख्वाब अधूरे रहने वाले हैं।शाहनवाज हुसैन ने कहा कि सीता की भूमि बिहार 2024 में नरेंद्र मोदी की झोली में 40 की 40 सीटें डालेंगी और उत्तर प्रदेश जो राम की जन्मभूमि है, वहां से मोदी की झोली में 80 की 80 सीटें मिलेगी। उन्होंने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में गुजरात, दिल्ली, राजस्थान ने शत प्रतिशत सीटें नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए दी थी। इस बार बिहार और यूपी की भूमि भी शत प्रतिशत सीटें नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए उनकी झोली में डालेगी।महागठबंधन से जीतन राम मांझी के अलग होने पर शाहनवाज हुसैन ने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता की बात कर रहे हैं लेकिन महागठबंधन के नांव से मांझी ही कूद गए हैं। जब नांव में मांझी जी नहीं तो क्या होगा। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता के नाम पर सभी नेता बिहार देखने आ रहे हैं, वो बिहार देखकर लौट जाएंगे। बिहार की जनता का प्रण है कि तीसरी बार नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए बिहार की 40 की 40 सीटें उनकी झोली में डाली जाएगी।