बिहार की नीति आयोग ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें गरीबी दर में कमी देखी गयी. और इस मुद्दे को लेकर बीजेपी नेता सुशील मोदी दी ने एक ऐसा बयान दिया है जिसको लेकर बिहार सरकार नीतीश कुमार के नाराज़ होने की आशंका जताई जा रही है. जी हाँ सुशील मोदी ने अपने बयान में बिहार में दिख रही गरीबी दर का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है, जिसके बाद से विपक्ष की राजनीती में खलबली मच उठी है. बता दें की सुशिल मोदी ने शनिवार को दिया है. जिसमें उन्होंने 16 प्रतिशत लोगों का गरीबी रेखा से बाहर आने का पूरा श्रेय पीएम मोदी को दिया है. चलिए जानते हैं की पूरी बात क्या है?
नीतीश कुमार बेवजह थपथपा रहे हैं अपनी पीठ!
बिहार की गरीबी दर को लेकर राज्यसभा और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा की जब से 2014 में केंद्र में मोदी सरकार आई है तबसे उन्होंने पिछड़े लोगों के लिए काफी काम किया है जिस कारण बिहार जैसे पिछड़े राज्य ने विकास की दौड़ में गति पकड़ ली है. नीति आयोग इस बात का परमान देती है की पिछले नौ सालों में केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी की वजह से खुदकी गरीबी दूर करने में सफल रहा है. उन्होंने आगे कहा की नीतीश सरकार बेवजह ही अपनी पीठ थप-थापा रही है.
पीएम मोदी ने किये 1 लाख करोड़ रूपए खर्च-सुशील मोदी
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा की बिहार में बन रहे नए पुल, महासेतु और 6-लेन सड़कों की पूरी लागत केंद्र सरकार ही दे रही है. जिसमें केंद्र सरकार 1 लाख करोड़ रूपए तक का खर्च कर चुकी है. उन्होंने आगे कहा की इस वजह से बिहार के कई लोगों को रोज़गार प्राप्त हुआ. बता दें की पीएम मोदी ने अपने आवास योजना पर 18 हज़ार रूपए के खर्च किये हैं, जिसमें ग्रामीण लोगों से लेकर शहर तक कई लोगों को अपना खुदका पक्का मकान मिला है.
सुशील मोदी