जेपी चौधरी : निरीक्षण के पश्चात पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम सबलोग लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के शिष्य हैं। जे०पी० मूवमेंट के समय हमलोगों ने उन्हीं के नेतृत्व में लड़ाई लड़ी है। सन 1974 में जे0पी0 आंदोलन हुआ था और उस आंदोलन के बाद वे हमलोगों को काफी मानने लगे थे। जे०पी० ने एक साल के लिए कॉल दे दिया था कि पूरे कॉलेजों को बंद करो। हमने घूम-घूमकर सारे कॉलेजों को बंद कराया। उस दिन के बाद से वे मुझे बहुत मानने लगे थे हम छात्र आंदोलन के समय से ही जे०पी० के साथ थे। आज पूरे बिहार में हमलोग जो भी विकास कार्य कर रहे हैं सब उनके विचारों पर ही आधारित है। इसमें महात्मा गांधी जी और राम मनोहर लोहिया जी का विचार भी शामिल हैं। इन सबके विचारों में समानता थी। ये सभी गांधी जी को ही मानने वाले थे। हम बिहार के लिए जो कुछ भी कर रहे हैं सब इन्हीं के विचारों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि समाज के हर तबके के उत्थान के लिए हमने शुरु से काम किया है। समाज में एकजुटता के साथ प्रेम और भाईचारे का भाव रहे, यह जरुरी है। आपस में विवाद कम से कम हो। हिंदू-मुस्लिम किसी भी कम्युनिटी के लोग हों सब में आपस में अच्छा संबंध रहे. इन सबके लिए हमलोगों ने शुरू से काम किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने गांव-गांव में सड़कों का जाल बिछाया है। महिलाओं के उत्थान के लिए भी कई कार्यक्रम चला रहे हैं। उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। केंद्रीय गृह अमित शाह के बिहार दौरे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी कहीं आ-जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे 11 अक्टूबर को नागालैंड जाएंगे। जे०पी० नागालैंड में तीन वर्षों तक रहे थे। नागालैंड में उनका बहुत ज्यादा प्रभाव है। वहां से लोगों का बुलावा आया है कि एक दिन हमलोग लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की याद में कार्यक्रम में शामिल हों इसलिए हम वहां जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो यहां पहले से ही आते रहे हैं। यहाँ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कराया गया। हमने इसका नामकरण स्व० प्रभावती देवी जी के नाम से कर दिया है। वर्तमान में यह अस्पताल 30 बेड की क्षमता वाला है। भविष्य में इस अस्पताल का विस्तार किया जाएगा। इसके अलावा इसकी चहारदीवारी का निर्माण कराया जायेगा। यहाँ चिकित्सकों के आवासन की भी व्यवस्था की जाएगी। इस गांव की जो ग्रामीण सड़कें हैं उसको पथ निर्माण विभाग के अंतर्गत लाकर उनका चौड़ीकरण कराया जाएगा। स्थानीय लोगों ने हमें बताया कि यहां घाघरा नदी पर पुल का निर्माण हो जाने से छपरा से सिताब दियारा की दूरी जो वर्तमान में 40 किलोमीटर है, वह घटकर 15 किलोमीटर हो जायेगी। हमलोगों ने आज तय कर दिया है कि पीपा पुल के निर्माण के साथ ही उसके आगे पहुंच पथ का भी निर्माण कराया जाएगा। यहां के लोगों का संबंध जे०पी० से है। हमने जिलाधिकारी से कहा है कि इस गांव के प्रत्येक परिवार से बातचीत करें, उनकी सभी जरूरतों को ध्यान में रखते हुये अगर किसी विशेष प्रावधान की आवश्यकता होगी तो उसका प्रस्ताव शीघ्र दें। अस्पताल तक रास्ते का पक्कीकरण हो जाने से लोगों को आने जाने में सहुलियत होगी साथ ही लोगों का इलाज बेहतर ढंग से हो सकेगा। हम तो हर क्षेत्र के विकास के लिए काम कर रहे हैं। इस क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिये जो भी आवश्यक कार्य होगा किया जायेगा।