पटना, : दशरथ मांझी, श्रम एवं नियोजन अध्ययन संस्थान, पटना के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस (मई दिवस) के अवसर पर “सुरक्षित प्रवासन” विषय पर कार्यशाला एवं कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि, माननीय मंत्री, सुरेन्द्र राम एवं गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय मंत्री, श्रम संसाधन विभाग, सुरेन्द्र राम ने कहा कि दुनिया के जितने भी अजूबे और अद्वितीय निर्माण कार्य हुआ है या वर्त्तमान में जारी है वो केवल सीमेंट, बालू, पत्थरों से ही नहीं बनता बल्कि उसमें हमारे श्रमिक भाइयों का खून-पसीना भी लगा होता है। बिहार के श्रमिक भाईयों का मनोबल का लोहा अंग्रेजी हुकूमत ने भी माना है| आज पुरे विश्व में बिहार के श्रमिकों ने अपनी अलग पहचान बनाई है| विश्व के ऐसे कई देश हैं जहां वे अपने आप को इस तरह स्थापित कर लिए हैं कि सत्ता में भी उनकी विशेष और अहम् भागीदारी है| आज वो अपने हित में नियम बनाते हैं| मुझे विश्वास है कि राज्य के श्रमिक भाई कही भी जायेंगे तो अपनी बुद्धि, विवेक और कार्यक्षमता से अपना लोहा मनवायेंगे। विभाग हमेशा से आपके लिए लाभकारी योजनाओं पर कार्य कर रहा है। आपके हितार्थ चलायी जा रही योजनाओं को धरातल पर लाकर सही रूप से अंतिम व्यक्ति तक उसका लाभ दिलाना हमारा ध्येय है जिसमें आपकी सहभागिता आवश्यक होगी। श्रम संसाधन विभाग के अंतर्गत कार्यरत बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड, श्रमिक भाई – बहनों के हितार्थ विभिन्न योजनाओं को संचालित कर रहा है| आप सभी श्रमिक भाई बहन इन योजनाओं का लाभ जरूर लें और अपने आप को BOCW में पंजीकृत जरूर करायें। इसके आलावा प्रवासी मजदूरों के लिए भी सरकार काम कर रही है और उनके डाटा के लिए अन्य राज्यों में भी कार्यालय खोलने पर विचार कर रही है जिससे श्रमिकों को कार्यस्थल पर सभी सुविधाओं का लाभ मिले। बिहार बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष डॉ. चक्रपाणि हिमांशु ने कहा कि श्रमिक के बिना राष्ट्र की कल्पना अधूरी है। जिस दिन श्रमिक कार्य करना बंद कर देंगे उस दिन सारी दुनिया ठप पड़ जायेगी। मैं विशेष रूप से अपने राज्य के कृषि कार्य में लगे श्रमिकों खासकर खेतों में कार्य करने वाले मजदूरों के प्रति आपका ध्यान आकृष्ट करना चाहूँगा, उनकी स्थिति पर हम सब को गौर करना होगा| किसान को उचित रेट न मिलना,
बाढ़ का समय पर अनुदान मिलना, सुखाड़ के समय अनुदान आदि का न मिलना उनके और उनके परिवारजनों के अत्यंत ही लिए कष्टकारी होता है। श्रमिक और किसान दोनों एक ही सिक्का के दो पहलू हैं, ऐसे में राज्य के सबसे अंतिम व्यक्ति तक सेवा देना ही हमारा ध्येय होना चाहिए। ऐसे में हमसब को श्रमिकों के प्रति अपने जिम्मेदारी निभानी होगी, श्रमिकों के बदौलत ही हमारा जीवन है| कार्यक्रम के दौरान विभाग के प्रधान सचिव, श्री अरविन्द कुमार चौधरी ने कहा कि विभाग सदैव से श्रमिकों के उत्थान के लिए तत्पर है। आज बहुत ही खुशी की बात है कि विभाग श्रम विभाग श्रमिकों के द्वार कार्यक्रम के तहत उनसे रूबरू हो रहा है। हमारा सदैव यही ध्येय रहा है कि मजदूरों के चेहरे पर सदा मुस्कान बनी रहे। बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर पर हम 12 जून तक बाल श्रम के विरुद्ध अभियान चलाया जा रह है ताकि बच्चे श्रम से मुक्त हों और उन्हें सुरक्षित पुनर्वास कराया जा सके, विभाग इसके लिए अनुदान भी दे रही है|
मुख्य कारखाना निरीक्षक, बिहार, श्री संजय कुमार पाल के द्वारा किये गए पहल पर राज्यभर के विभिन्न कारखानों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कार्यरत श्रमिकों को माननीय मंत्री एवं सभी गणमान्य अतिथियों के द्वारा सम्मानित किया गया| जिसमें मुख्यत: मेसर्स पटना डेयरी प्रोजेक्ट, मेसर्स इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड, पटना टर्मिनल सिपारा, मेसर्स पाटलिपुत्र सीमेंट वर्क्स (अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड), पटना सहित कुल 18 कारखाना में कार्यरत श्रमिकों और उनके पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया। साथ ही बोर्ड में निबंधन और योजना में उत्कृष्ट कार्य करने वाले श्रम अधीक्षक और श्रम प्रवर्त्तन पदाधिकारी को भी सम्मानित किया गया। विदित हो कि बोर्ड विभिन्न योजनाओं के तहत श्रमिकों को लाभ देता है, जिसका लाभ लेने हेतु श्रमिकों को बोर्ड के पोर्टल पर पंजीकरण कराना आवश्यक होता है|
बोर्ड के सचिव -सह- विशेष सचिव, श्री आलोक कुमार द्वारा असंगठित क्षेत्र के कामगारों को योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पहुँचाने के दृष्टीकोण से पंजीकरण और योजनाओं के लाभ दिए जाने की अद्यतन स्थिति की जानकारी लेकर मासिक स्तर पर समीक्षा की जाती है, साथ ही आवश्यक प्रगति हेतु निरंतर अनुश्रवण भी किया जाता है| जिसकी वार्षिक समीक्षा के उपरांत उप श्रमायुक्त, श्रम अधीक्षक और श्रम प्रवर्त्तन पदाधिकारियों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय में रैंकिंग कर प्रशस्ति पत्र और प्रमाण पत्र दिया जाता है|
कार्यकर्म को श्री अरविंद प्रकाश, निदेशक वाडवानी फाउंडेशन, रांची, श्री गोपाल कृष्ण, सामाजिक विज्ञान अनुसंधान एवं श्री प्रकाश लुईस, निदेशक XISR के द्वारा भी संबोधित किया गया, सभी वक्ताओं ने अपने संबोधन में श्रमिकों के उत्थान हेतु आवश्यक कदम उठाये जाने पर बल दिया| साथ ही सुरक्षित प्रवासन हेतु राज्य से बाहर अन्य प्रदेशों में श्रमिक सहायता केंद्र स्थापित किये जाने की अनुशंसा की| कार्यक्रम के पूर्व माननीय मंत्री, बिहार बाल श्रम आयोग के अध्यक्ष और प्रधान सचिव ने पौधरोपण कर पर्यावरण के प्रति अपनी सजगता को दर्शाया, साथ ही उन्होंने ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति सभी सजग होने और आवश्यक कदम उठाने का सन्देश दिया| धन्यवाद ज्ञापन, श्री राजीव रंजन, विशेष सचिव-सह-श्रमायुक्त, बिहार के द्वारा किया गया। उक्त अवसर पर विभाग के विशेष सचिव, श्री अलोक कुमार, संयुक्त श्रमायुक्त, श्री वीरेन्द्र कुमार एवं अरविंद कुमार, मुख्य कारखाना निरीक्षक, श्री संजय कुमार पाल, उप श्रमायुक्त, श्री विजय कुमार एवं श्री राजेश कुमार के साथ बोर्ड से श्री रिपुसुदन मिश्रा, की गरिमामयी उपस्थिति रही। मंच संचालन, श्रीमती शिशिर भारती के द्वारा किया गया।