देश की सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता परीक्षाओं में शामिल आईआईटी में अपना परचम लहराने वाले अवसर ट्रस्ट के छह बच्चों को बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह और उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने शुक्रवार को सम्मानित किया। इस मौके पर अवसर ट्रस्ट के संस्थापक और भाजपा के पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने सभी छह सफल बच्चों को अंगवस्त्र, लैपटॉप, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किये।
विप के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उप मुख्यमंत्री रेणु देवी और आईटी मंत्री सुमित सिंह ने किया सम्मानित
बिहार विधान परिषद के सभागार में आयोजित इस सम्मान समारोह में बिहार के आईटी मंत्री सुमित सिंह, विधान परिषद के सदस्य डॉ. संजय पासवान, सांसद आरके सिन्हा की पत्नी रीता किशोर सिन्हा, देहरादून में इंडियन पब्लिक स्कूल के प्राचार्य संजीव सिन्हा, पूर्वमंत्री राणा रणधीर सिंह, अनिल सुलभ और गणित गुरु आरके श्रीवास्तव उपस्थित थे। आईआईटी में सफलता हासिल करने वाले जिन छह छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया है, उनमें दिव्या कुमारी, पटना, अभिषेक सिन्हा, पटना, पिंटू वर्मा, झारखंड, आदित्य राज, सासाराम, आशुतोष सिंह, मोकामा (पटना) और दिवाकर सिंह सोनपुर (सारण) शामिल हैं।
सम्मान समारोह में आए अतिथियों ने आरके सिन्हा के प्रयासों की जमकर की प्रशंसा
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने कहा कि अवसर ट्रस्ट की स्थापना करने का मुख्य उद्देश्य था कि हम समाज के वैसे प्रतिभाशाली बच्चों को अवसर प्रदान करें, जो अपने परिवार की गरीबी और संसाधनों के अभाव के कारण आईआईटी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में पिछड़ जाते हैं। अवसर ट्रस्ट समाज से उन प्रतिभाशाली बच्चों का भविष्य गढ़ रहा है, जो संसाधनों के अभाव में समाज की मुख्यधारा से दूर रह जाते थे। बिहार विधान परिषद् के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सभी छह सफल छात्र-छात्राओं को उनकी सफलता के लिए बधाई देते हुए आरके सिन्हा द्वारा संचालित अवसर ट्रस्ट के कार्यों के जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि समाज को आगे विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने के लिए आरके सिन्हा इस तरह के प्रयास लगातार करते रहे हैं। उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि यदि प्रतिभाओं को उचित मार्ग दिखाया जाय तो उनके लिए कोई भी परीक्षा या प्रतियोगिता में सफलता हासिल करना नामुमकिन नहीं है। बिहार की आईटी मंत्री सुमित सिंह ने आरके सिन्हा से इस तरह प्रतिभाओं को तराशने की एक मुहीम राज्य के नक्सल प्रभावित जमुई जिले के चकाई में भी शुरू करने का अनुरोध किया। कार्यक्रम को पूर्व मंत्री राणा रणधीर सिंह और बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष अनिल सुलभ और आदि चित्रगुप्त फाइनेंस बैंक के मुख्य कार्यकारी निदेशक ज्ञान मोहन ने भी संबोधित किया।