पटना: दलितों ने जिसे दौलत कमाकर दिया उसने दलितों के भविष्य और पेट पर लात मारा। सबकों समान देने वाले को अपमान मिला। बेवसी,फटेहाली और जिल्लत का जीवन जीने को मजबूर किया गया। यह बात बोलते हुए,लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सत्यानंद शर्मा एवं युवा लोजपा-(रा) के राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार पासवान ने आज पटना जिला के खुशरूपुर चौरा में आयोजित दलित सम्मेलन को संबोधित करते हुए,कहा की देश का दलित समुदाय आज भी स्वराज के सुख से वंचित है। करोड़ों दलितों के पास न तो अपना जोत है,न तो जमीन। रोजगार तो है ही नहीं। बेवसी का जीवन जीने को मजबूर है। जुल्म और अत्याचार का शिकार दलितों को निरंतर बनाया जाता है। जुल्म का प्रतिकार करने की क्षमता अब धीरे-धीरे गरीबों के बीच बढ़ रहा है। नई क्रांति का बीजारोपण हो रहा है। अनमोल धन शिक्षा को दलित समुदाय तेजी से अंगीकार कर रहा है। डॉ. अम्बेडकर और पदम् भूषण रामविलास पासवान द्वारा किया गया दलितों उत्थान के प्रयास रंग ला रहा है। दलितों उत्थान के मूलमंत्र शिक्षित बनो,संगठित हो और संघर्ष करो को आज जीवन का हिस्सा बनाने की जरूरत है। सम्मेलन की अध्य्क्षता लोजपा-(रा) के वरिष्ठ नेता बिंदा पासवान ने किया और संचालन पुनीत पासवान ने किया। सम्मेलन को अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव शंकर कुमार शर्मा,बमबम पासवान,कारू पासवान, मोहन पासवान,दुखन पासवान,पारस राम ने संबोधित किया। उक्त आशय की जानकारी अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता रमेश कुमार ने दिया।