मुख्यमंत्री ने बिहार प्रांत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. मुहम्मद युनूस जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की - Punjab Kesari
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मुख्यमंत्री ने बिहार प्रांत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. मुहम्मद युनूस जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की

पटना, :बिहार प्रांत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व० मुहम्मद युनूस जी के जन्म दिवस के अवसर पर पटना में

पटना, :बिहार प्रांत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व० मुहम्मद युनूस जी के जन्म दिवस के अवसर पर पटना में राजकीय जयंती समारोह का आयोजन श्रीकृष्ण स्मारक भवन परिसर में किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार प्रांत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व0 मुहम्मद युनूस जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया एवं भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव, भवन निर्माण मंत्री श्री अशोक चौधरी, परिवहन मंत्री श्रीमती शीला कुमारी, विधि मंत्री श्री शमीम अहमद, विधान पार्षद श्रीमती कुमुद वर्मा, विधान पार्षद श्री खालिद अनवर, बिहार बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य श्री शिवशंकर निषाद, जदयू नेता श्री अनिल कुमार अनल सहित अनेक सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी प्रथम प्रधानमंत्री स्व0 मुहम्मद युनूस जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग द्वारा आरती पूजन, भजन-कीर्तन, बिहार गीत एवं देशभक्ति गीतों का गायन किया गया। कार्यक्रम के पश्चात् मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की। बिहारियों को लेकर दिए
गए गोवा के मुख्यमंत्री द्वारा दिये गये बयान पर पत्रकारों द्वारा पूछे गए प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सब चीज नहीं बोलना चाहिए। इस तरह बिहारियों के बारे में बोलना गलत बात है।
जाति आधारित गणना से संबंधित प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2021 में जनगणना होनी चाहिए थी लेकिन नहीं हुई। यह हर दस वर्ष पर होती है लेकिन पहली बार दस वर्ष पर नहीं हुआ है। वर्ष 2011 में एक अलग से जाति आधारित जनगणना की गई थी लेकिन उसको जारी नहीं किया गया। हमलोगों ने वर्ष 2019 में ही विधानसभा और विधानपरिषद् दोनों हाऊस से सर्वसम्मति से ये पारित किया कि पूरे देश में 1683207067 nistish 3जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए । हमलोगों ने केंद्र से दो-दो बार ऐसी मांग की। इसके लिए माननीय प्रधानमंत्री से भी मिले लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला और वहां से कहा गया कि आपलोगों को करना है तो अपना कीजिए। फिर हमने सभी पार्टी के लोगों के साथ मिलकर मीटिंग की और सभी पार्टी ने ये तय किया कि जाति आधारित गणना हो। यह सबलोगों की राय से किया जा रहा है। इसमें सबलोगों की गिनती के साथ-साथ आर्थिक स्थिति का भी पता लगाया जाना है चाहे वो किसी भी जाति का हो, किसी भी समुदाय का हो। हमलोग सबके हित में यह काम कर रहे हैं। पता नहीं क्यों इसका विरोध हो रहा है, इससे तो पता चलता है कि लोगों को मौलिक चीज की समझ नहीं है। पहले अंग्रेज के जमाने में भी यह होता था लेकिन वर्ष 1931 से बंद है। जब आबादी की गिनती होती है तो उसमें पहले से क्या है ? जो अल्पसंख्यक समुदाय के हैं उनकी गिनती होती है। उनकी अलग-अलग जो जातियां हैं उसकी भी गिनती हो जाती है। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति दोनों की गिनती हो जाती है। पहले से हम कह रहे हैं कि सभी की गिनती की जाए चाहे वो पिछड़ा हो या ऊंची जाति के हों। लोगों की आर्थिक स्थिति का पता चल जाएगा तो राज्य सरकार उनकी मदद के लिए पहल करेगी। आप पूरे बिहार में घूम लीजिए, इक्का-दुक्का लोग ही इसका विरोध कर रहे हैं।1683207158 untitled 3 सबलोगों की सर्वसम्मति से सदन से यह पास किया गया। नौ पार्टियों की इसमें सहमति है।
उड़ीसा जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम कब जाएंगे, किससे मिलेंगे यह सब बात आपको कुछ दिन बाद पता चल जाएगी। अभी इसकी चिंता मत कीजिए । ज्यादा-से-ज्यादा विरोधी पार्टियां एक साथ हों हमलोग अभी उसके लिए काम कर रहे हैं। इसके लिए सभी पार्टियों से बात की जा रही है। जितने लोग सहमति देंगे सब एक साथ बैठ जाएंगे और उसी समय तय होगा कि पूरे देश के लिए क्या पॉलिसी होनी चाहिए और अगर बहुमत मिल जाए तो आगे क्या काम करना चाहिए, यह सब उसी बैठक में तय होगा । हम अभी कुछ नहीं बोलेंगे। मेरी व्यक्तिगत रुचि कुछ नहीं है। हम चाहते हैं सबको एकजुट करना । सभी एकजुट होंगे तो देश सुरक्षित रहेगा। वे लोग पूरे देश का इतिहास ही बदल दे रहे हैं। । आजकल कहीं कुछ काम नहीं हो रहा है। जब सबकुछ फाइनल हो जाएगा तो आपलोगों को बता देंगे। यह सबके हित में होगा, मेरे अपने लिए कुछ नहीं । जो भी करना होगा सभी लोगों के हित में करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री सम्राट चौधरी द्वारा दिए गए बयान के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आप सोच लीजिए कि उनलोगों का क्या स्तर हो गया है। वे पहले किस पार्टी में थे? राजद में थे और फिर हमलोगों की पार्टी में चले आए थे और फिर भागकर वहां चले गए इसीलिए यह सब छोड़ दीजिए, कौन क्या बोलता है, किसी के मन में – कोई बात है, इसका कोई मतलब नहीं। हमलोगों का संबंध श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी से था। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में हमने काम किया है, यह हम बराबर आपलोगों को कहते हैं। ये लोग अब श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के काम को भी याद नहीं कर रहे हैं। श्रद्धेय अटल जी के टाइम में कभी भी हिंदू-मुस्लिम का कोई झंझट नहीं हुआ, विपक्ष के लोग भी उनसे खुश रहते थे। सबलोग मिलकर काम कर रहे थे। वे हमलोगों को बहुत मानते थे। जब हम रेल मंत्री थे तो एक बार एक्सीडेंट हुआ और हम रिजाइन कर दिए लेकिन श्रद्धेय अटल जी रिजाइन एक्सेप्ट करने के लिए तैयार नहीं थे तो दूसरी बार हम हाथ जोड़कर कहे कि इसे मान लिया जाए तब वे एक्सेप्ट किए। रेलवे में सुरक्षा को लेकर हमने जो योजना बनाई, वह काफी बढ़िया थी और उससे लोगों को फायदा हो रहा है। हमलोगों के द्वारा और श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के द्वारा किए गए काम को ये लोग याद नहीं रखेंगे और कहेंगे कि सब हमने ही किया है।
भाजपा नेताओं के बिहारशरीफ जाने से संबंधित दिए गए बयान को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सब फालतू बात है आपलोग व्यक्तिगत रूप से सासाराम और बिहारशरीफ जाकर देख लीजिए कि वहां पर कितनी शांति है, वहां के लोग कितने अच्छे हैं। इक्का-दुक्का तो गड़बड़ करनेवाले सब जगह रहते हैं

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