बिहार में बीतें दिन विधानसभा के शताब्दी समापन समारोह में पीएम मोदी पहुंचे थे. इस समारोह में 1700 मेहमानों को आमंत्रित किया गया था. खुद सीएम नीतीश ने एयरपोर्ट पर पीएम का स्वागत किया था. इस दौरान समारोह में कई तरह के दिलचस्प वाकये हुए थे, जिसपर सभी की निगाह टिक गई।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में समारोह के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव के अपने संबोधन में अटकने पर उनके विरोधियों ने चुटकी ली।भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने बुधवार को एक बयान जारी करके पटना में मंगलवार को बिहार विधानसभा परिसर में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी के संबोधन के दौरान अटकने को लेकर उन पर बिहार का अपमान करने का आरोप लगाया।
पीएम मोदी ने तेजस्वी को वजन कम करने की सलाह दी
नेता ने कहा कि बिहार विधानसभा के शताब्दी समापन समारोह में नेता प्रतिपक्ष ने अपनी अशिक्षा के कारण बिहार की फजीहत करवा दी। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस राज्य के नेता प्रतिपक्ष एक लिखा हुआ भाषण भी सार्वजनिक मंच पर पढ़ नहीं सकते, तो ऐसे में वह कितने गुणवान होंगे और उनकी कार्य करने की क्षमता क्या होगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
वही उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर वे नेता प्रतिपक्ष को शिक्षा देने वाले गुरु को नमन करते हैं कि उन्होंने उन्हें इस उच्च कोटि की शिक्षा दी जिसके चलते वे एक पन्ना का अपना लिखा हुआ भाषण भी पढ़ नहीं सके। हालांकि, अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि 12 जुलाई को बिहार विधानसभा के शताब्दी समापन समारोह में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित प्रदेश के अन्य गणमान्य व्यक्ति विराजमान थे, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को जब अपना भाषण देने का अवसर मिला तो वे लिखा हुआ भाषण पढ़ नहीं सके और दो मिनट तक एक ही शब्द पर अटके रहे। मीडिया में आयी अपुष्ट खबरों के अनुसार प्रधानमंत्री ने तेजस्वी को ‘‘वजन कम करने’’ की सलाह दी।