भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नितीश सरकार की कानून व्यवस्था पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के लोग भयभीत है की लालू का राज फिर से आ गया है। उन्होंने कई घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा, पुलिस से कटिहार में मारपीट हुई, मुजफ्फरपुर में 3 दिन पहले दुकानदार से 1.5 करोड़ की रंगदारी मांगी गई।यह घटना क्या संकेत करती है?आपको बता दे कि बीते कुछ दिन पहले ही बेगूसराय में अपराधियों ने 30 किलोमीटर तक अंधाधुंध फायरिंग की थी। जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी। वहीं 9 अन्य लोग घायल हो गए थे। हालांकि इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। जिनकी पहचान युवराज, केशव उर्फ नागा, सुमित कुमार और अर्जुन के रूप में हुई थी। इस घटना के बाद से बिहार सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर है।
विपक्षी दलों को साथ लाने का नितीश कर रहे है प्रयास
जनता दल (यूनाइटेड) ने पिछले महीने गंभीर आरोप लगाते हुए भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया था। जिसके बाद जदयू ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाई। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस परिवर्तन को मुख्यमंत्री नितीश कुमार की प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा करार दिया था। जदयू – राजद के नेता भी नितीश को प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे काबिल उम्मीदवार बता रहे है। वहीं मुख्यमंत्री कुमार विपक्षी दलों को एकसाथ लाने के प्रयास में लगे है।