विधानसभा तक मार्च निकाले के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बिहार पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया था, जिसमें बीजेपी कार्यकर्ता भूपेश नारायण की मौत हो गई थी। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की 31 जुलाई को होगी। इस मामले में 20 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर लिया था।
याचिकाकर्ता ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की
25 जुलाई को इस मामले की पहली सुनवाई हुई थी। याचिकाकर्ता के वकील वरुण कुमार सिन्हा ने इस मामले को लेकर कहा कि इस मामले में अब सोमवार 31 जुलाई को अगली सुनवाई होगी। भूपेश नारायण ने अपनी याचिका के जरिए सीबीआई से मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी पक्षकार बनाया है। मुख्य सचिव और डीजीपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है।
लाठीचार्ज में कई नेता हुए घायल
आपको बता दें कि 13 जुलाई को जहानाबाद जिले के बीजेपी नेता विजय सिंह की विधानसभा मार्च के दौरान हुए लाठीचार्ज मृत्यु हो गई थी। साथ ही बीजेपी सांसद जर्नादन सिंह सिग्रिवाल, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा समेत कई पार्टी नेताओं को चोट आई थी। बीजेपी नेता की मौत के बाद पार्टी नेताओं ने दावा किया था कि पुलिस लाठीचार्ज में उनकी मृत्यु हुई है। जबकि पटना जिला प्रशासन का कहना कि उनके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक आने की वजह से उनकी मौत हुई है।