जद(यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के महिला सशक्तिकरण को लेकर किए कामों की चर्चा की और कहा कि आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की सोच के चलते आज बिहार में करोड़ों महिलाओं की जिंदगी बदल गई। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि महिलाओं के समग्र विकास व सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने जितने काम किये हैं वह पूरे देश में एक मिसाल है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की शिक्षा से लेकर रोजगार तक के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी द्वारा शुरू की गयी क्रांतिकारी योजनाओं ने आज बिहार की महिलाओं का जीवन बदल दिया है।यही वजह है कि पहले जहां महिलाएं घर से बाहर निकलने में झिझकती थीं वहीं आज वो हर क्षेत्र में सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं।उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के कामों के चलते ही बिहार देश का पहला राज्य बना जहां महिलाओं को सरकारी नौकरी में सशक्त हिस्सेदारी दिलाने के लिए 35 फीसदी का आरक्षण दिया गया। आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने महिलाओं के लिए शिक्षा विभाग की नौकरियों में 50 प्रतिशत तक आरक्षण का प्रावधान किया है जहां सरकार के इस कदम से नियोजित शिक्षकों की कुल संख्या 3 लाख 51 हजार में करीब 2 लाख से अधिक महिलाओं को शिक्षक की नौकरी मिली। वहीं सरकारी दफ्तरों में पोस्टिंग में भी महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इसी का परिणाम है कि आज राज्य में 29 हजार 175 महिलाएं पुलिस विभाग में काम कर रही हैं। बिहार में महिलाओं की यह संख्या देश के किसी भी राज्य से ज्यादा है।उन्होंने कहा कि आज जीविका के माध्यम से गांव में रहने वाली महिलाएं आर्थिक तौर पर सशक्त हो रही हैं और ये सब आदरणीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कामों से ही संभव हुआ है।उन्होंने कहा कि इसी सरकार ने महिलाओं की नेतृत्व क्षमता पर भरोसा जताते हुए उनकी आधी आबादी के अनुरूप पंचायत और नगर निकायों के चुनावों में 50% आरक्षण दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महिलाओं के जन्म से लेकर शिक्षा तक भी विशेष ध्यान दिया गया है। मुख्यमंत्री बालिका साइकिल व पोशाक योजना लड़कियों की शिक्षा के क्षेत्र में गेम चेंजर योजना साबित हुई है।इससे स्कूलों में लड़कियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है और आज स्कूल जाने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर हो चुकी है. राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए बिहार में इंटरमीडिएट पास अविवाहित लड़कियों को 25 हजार रुपये और स्नातक पास लड़कियों को 50 हजार रुपये दिए जाने का प्रावधान किया गया है।इसके अलावा मेडिकल, इंजीनियरिंग और प्रस्तावित स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में नामांकन में 33 प्रतिशत सीट लड़कियों के लिए कर आरक्षित कर दिया गया है और ऐसा करने वाला बिहार देश का पहला राज्य है.उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त सरकार महिलाओं की उद्यमिता को निखारने के लिए भी प्रयासरत है।सरकार की महिला उद्यमी योजना के तहत 10 लाख रुपये तक की मदद की जा रही है, जिसमें से पांच लाख अनुदान के रूप में मिलेगा और बाकी पांच लाख लोन ब्याज मुक्त होगा। वास्तव में नीतीश सरकार के कार्यों की गूंज अब देश के साथ दुनिया में भी सुनाई पड़ रही है.