वैशाली : वैशाली लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 12 लाख 78 हाजार 891 हैं। छ: विधानसभा हैं। वैशाली, साहेवगंज, मीनापुर, पारू, वरूराज, कांटी। पिछले बार लोजपा प्रत्याशी रामा किशोर सिंह उर्फ राम सिंह यहां से चुनाव जीते थे। इसवार लोजपा इस सीट से नये चेहरे पूर्व विधायक वीणा देवी को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं महागठवंधन से राजद प्रत्याशी डा.रधुवंश प्रसाद सिंह हैं। जो यूपीए सरकार में केन्द्रिय मंत्री रहते हुए छ: बार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
वैशाली के अनुयायी महावीर जैन की धरती आम जैन धर्म के रूप में जाना जाता है। पंजाब केसरी के पत्रकारों की टीम से पारू एवं वैशाली विधान सभा के मतदाताओं ने कहा कि वोधगया, नालनदा का विस्तार हुआ, लेकिन वैशाली का विस्तार आज तक नहीं हुआ। इस धरती ने रधुवंश प्रसाद को छ: वार जिताकर संसद भेजा मगर केवल बिदेशी सैलानियों ने हीं प्रचार प्रसार किया। भारत सरकार वैशाली के बारे में नहीं सोचा। लोगों ने कहा कि प्रत्येक वर्ष वैशाली महोत्सव पर करोड़ों रूपये खर्च होता है लेकिन यहां की स्थानीय सडक़ धुल फांक रहा हैं। शुद्ध पेयजल समस्या , गरीबों को पक्का मकान, शौचालय नहीं है।
मुलभुत समस्या का समाधान होने से कोसों दुर दिखाई पड़ रहा है। शौचालय के लिए खेतों में जाना पड़ता है। वैशाली से हीं पुरे देश को गणतंत्र का संदेश गया। मगर लोकतंत्र के लिए संघर्ष किया जा रहा है। बिहार की बेटी आम्रपाली का जन्म स्थान सरैया थाना के वंसतपुर पट्टीं में हुआ जहां उनके जमीन पर सरकारी स्कुल चल रहा है। स्कुल के गेट पर छोटा सा वोर्ड में आम्रपाली का जन्म स्थल लिखा गया है। राज्य व केन्द्र सरकार इस स्थल के विकास के नाम पर करोड़ो रूपये खर्च कर रहा है लेकिन जन्म स्थल का विकास अभी नहीं हुआ।
संग्रहालय के नाम पर सरकारी विधालय खोला जा चुका है। हर साल वैशाली महोत्सव में आम्रपाली के नाम पर विशेष उडऩ खटोले से नेता एवं साहित्कार, समाज सेवी पहुंचते है मगर किसी नेआज तक आम्रपाली के नाम से उनका स्टैच्चू बनाने का काम नहीं किया। इस पर स्थानीय मतदाताओं का विरोधाभास साफ दिखता है। यहां का जातीय समीकरण में सवर्ण व यादव एवं मल्लाह की संख्या अधिक है। दलित, महादलित मतदाता पर सवों की नजर है।
जातीय समीकरण के सामने इस ऐतिहासिक मुद्दे को भुलकर अपना राग अलापने में जुटे रहते हैं। लोजपा प्रत्याशी के पक्ष में केन्द्रिय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रिय मंत्री रामविलास पासवान, चिराग पासवान चुनावी सभा कर चुके है। वहीं सूत्रों अनुसार पूर्व संासद रामा सिंह पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला डा. रधुवंश प्रसाद सिंह को जीताने का काम कर रहे है। मुन्ना शुक्ला मतदातओं को नोटा का अधिक प्रयोग करने की बातें कह डाली है। एक तरफ महागठवंधन प्रत्याशी ब्रह बाबा तो दूसरी तरफ एनडीए प्रत्याशी नारी शक्ति के बीच कांटे की टक्कर हैं।