बिहार में रामनवमी पर हुई हिंसा को लेकर लगाातार आरोप प्रत्यारोप की राजनीति हो रही है एक तरफ बीजेपी नीतीश बाबू को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है तो दूसरी तरफ नीतीश कुमार इशारे इशारे में बीजेपी पर हिंसा को लेकर हमला कर रहे है । एसा इसलिए क्योंकी हिंसा को लेकर नीतीश कुमार ने चुप्पी तोड़ी है उन्होंने रामनवमी के दिन हुई हिंसा को लेकर इशारों में बीजेपी को इसका जिम्मेवार ठहराया है। नीतीश ने कहा है कि ये हिंसा एक साजिश का परिणाम थी। नीतीश ने कहा कि ई लोग का आदत है। कितना दिन से ये लोग राजनीति में है।
पूरे बिहार पर नजर है – नीतीश
हम लोग कितना दिन से राजनीति में हैं। ये लोग कितने दिनों से हैं। कहां कुछ हो रहा है। श्रद्धेय अटल जी के नेतृत्व में जो पार्टी था। कितना बढ़िया से काम हो रहा था। आज कल ये कुछ काम कर रहे हैं क्या। ये लोग सबकुछ पर कब्जा कर लिए हैं। सिर्फ अपना प्रचार कर रहे हैं। जहां भी अच्छा काम होता है उसकी कोई चर्चा नहीं होती है। बिहार में हिंसा को लेकर सीएम नीतीश ने कहा कि ‘दो जगहों पर जो कुछ हुआ है उस पर नजर है। पूरे बिहार पर नजर है। हम तो तत्काल मीटिंग किए हैं।
बीजेपी पर भड़के नीतीश कुमार
हिंसा को लेकर सीएम नीतीश ने आगे कहा कि ‘सारे अधिकारियों को कह दिया, सब लोग लगे हुए हैं। जितने लोग हैं। सब लोगों को कह चुका हूं। किसी भी कम्यूनिटी का हो। किसी भी जाति का हो हम लोग पूरे तौर पर अलर्ट कर रहे हैं। सीएम नीतीश ने आगे कहा कि 2017 में जब इनके साथ गए थे। तो क्या हुआ था घटना। एक नेता के बेटा ने ही किया था सबकुछ। उसको हम अरेस्ट किए थे कि नहीं। ये सब कभी कुछ किया है। ये सब कुछ यहां पर जो कुछ हुआ है सबको मालूम है।। अटल जी तो बहुत नाराज थे, इन सब का कुछ नहीं है, इनको छोड़ दीजिए।
औवेसी पर नीतीश का वार
नीतीश का जब बीजेपी से मन भरा तो वो औवेसी के पीछे पड़ गए और ओवैसी की ओर से बिहार शरीफ और सासाराम हिंसा को साजिश बताए जाने पर सीएम नीतीश ने कहा कि ‘प्रशासनिक चूक कहीं से नहीं है। एक-एक चीज पर नजर रखी जा रही है। कभी यहां कुछ होता ही नहीं है, सब लोग अलर्ट पर रहता है। कहीं अचानक कुछ हुआ है तो उसको लेकर पूरा प्रशासन अलर्ट है। कुछ लोगों ने जानबूझकर घचपच किया है। मुख्य आरोपियों के बारे में जल्द पता चल जाएगा।
NDA में दरवाजा बंद होने को लेकर बोले नीतीश
अपने आप को हिंसा से दूर करते हुए नीतीश का इतना कहने से मन नहीं भरा तो वो अमित शाह बर भड़क गए। दरअसल बीते दिनों जब अमित शाह ने सीएम नीतीश के लिए NDA में दरवाजा बंद होने की बात कही थी उसी का जवाब देते हुए नीतीश कुमार बोले अरे उनका कौन सा दरवाजा है। जरा उनसे पूछिए कि वो लोग कितने लोग थे। जब हम लोग गए तो कितना आदमी था भूल गए। आप सब लोगों को मालूम है ना। इन सब लोगों का । तो इस तरह से हिंसा को लेकर नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे है ।