पटना : युवा कांग्रेस के बिहार ईकाई के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने कहा कि राहुल गांधी जी के नेतृत्व में विपक्ष के महत्वपूर्ण सुझाव के बाद प्रधानमंत्री का पैकेज की घोषणा करना बेहतर कदम। फिर भी प्रधानमंत्री का अपारदर्शी घोषणा बहुत बड़ा भ्रम पैदा करता है। बजट 2019-20 के अनुसार देश का कुल बजट ही जब 27.86 लाख करोड़ का है, उसमें से 20 लाख करोड़ का पैकेज देना बहुत बड़ा भ्रम फैलाता है। प्रधानमंत्री जी को समय सीमा भी बताना चाहिए था कि ये 20 लाख करोड़ का पैकेज कितने वर्षों तक बंटेगा और कितने पूर्व से और कितने विभागों के पूर्व में खर्च हो चुके बजट को इसमें जोड़ा गया है।
भारत के प्रधानमंत्री से देश की जनता पारदर्शिता की अपेक्षा रखती है। अपारदर्शी घोषणाओं से जनता को भरमाना प्रधानमंत्री पद को शोभा नहीं देता। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि दूसरी ओर कोरोना महामारी के इस महा आपातकाल में भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 130 करोड़ जनता के मन मस्तिष्क के साथ खेलने का काम कर रहें हैं। इस भीषण आपातकालीन परिस्थिति में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों-मजदूरों तथा कोरोना के आपदा के शिकार कमजोर वर्ग के लोगों के लिए कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीं कहा।
राजेश राठौर ने कहा कि आज देश की परिस्थिति ऐसी है की मजदूर सड़कों पर मृत्यु तुल्य कष्ट भोगने पर विवश है। मगर उनके वर्तमान कष्टों को दूर करने के बजाए देश के प्रधानमंत्री आज भी ख्वाब दिखाने का काम कर रहे हैं। आज भी प्रधानमंत्री यही सोच रहे हैं कि बेहतरीन ख्वाब दिखाकर असंख्य पीड़ितों के मौलिक घाव को मरहम लगाया जा सकता है।
प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि अभी के वक्त में सबसे अधिक आवश्यक प्रवासी श्रमिकों को सकुशल घर पहुंचाना तथा उनके लिए दो समय के भोजन की व्यवस्था करना है। लेकिन इसके बारे में प्रधानमंत्री ने एक शब्द भी नहीं कहा। हालात इतने भयंकर है की ख्वाब के सहारे भूखे पेट गरीब तथा मजदूर ज्यादा समय नहीं काट सकते हैं। बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता ने आज के प्रधानमंत्री के संबोधन को पूरी तरह से जनता के साथ छलावा करने वाला करार दिया है। इतना ही नहीं कोरोना महामारी से लड़ रहे हेल्थ सेक्टर के लोगों के लिए बुनियादी सुविधाओं के बारे में भी केंद्र सरकार ने अब तक क्या किया है, यह भी बताना प्रधानमंत्री ने उचित नहीं समझा।