Waqf Bill पर दो खेमे में बंटी नीतीश की पार्टी, JDU नेता बोले- अगर यह पेश होगा तो.. - Punjab Kesari
Girl in a jacket

Waqf Bill पर दो खेमे में बंटी नीतीश की पार्टी, JDU नेता बोले- अगर यह पेश होगा तो..

नीतीश की पार्टी में Waqf Bill पर असहमति, JDU नेता ने दी चेतावनी

वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर जेडीयू में फूट पड़ गई है। जेडीयू नेता गुलाम गौस ने बिल का विरोध करते हुए कहा कि इसे पेश करने से देशभर में मुसलमान विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने पीएम मोदी से अपील की कि इस बिल को वापस लिया जाए, जैसे किसान विधेयक को वापस लिया गया था।

वक्फ संशोधन विधेयक आज दोपहर 12 बजे लोकसभा में पेश किया जाएगा। इससे पहले पूरे देश में हलचल मची हुई है। कुछ देर बाद बिल पेश होने वाला है और नीतीश कुमार की पार्टी का मत अब भी साफ नहीं हो पाया है। इस विधेयक के पेश होने से पहले ऐसा लग रहा है कि सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में फूट पड़ गई है। जेडीयू एमएलसी और बड़े अल्पसंख्यक चेहरों में से एक गुलाम गौस ने बुधवार को बड़ा बयान दिया। गुलाम गौस ने साफ कहा कि अगर इसे पेश किया गया तो देशभर में मुसलमान विरोध प्रदर्शन करेंगे।

‘इस बिल की जरूरत नहीं है’

गुलाम गौस चाहते हैं कि वक्फ संशोधन विधेयक को लोकसभा में पेश न किया जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को वक्फ विधेयक वापस ले लेना चाहिए। उन्होंने पीएम मोदी से कहा, “देश को आंदोलन की भट्टी में न झोंकें। जिस तरह किसान विधेयक को वापस लिया गया, उसी तरह केंद्र सरकार को वक्फ विधेयक को भी वापस ले लेना चाहिए।”

जेडीयू एमएलसी गुलाम गौस ने आगे कहा, “अगर नीतीश कुमार संतुष्ट होते तो पार्टी तीन सुझाव क्यों भेजती? सुझावों में भूमि मामलों में राज्यों की सहमति और पुराने मुस्लिम धार्मिक स्थलों में किसी भी तरह का हस्तक्षेप न करने की बात कही गई है। इस बिल की कोई जरूरत नहीं है। 1995 का एक्ट ही काफी है।”

जेडीयू ने भी जारी किया व्हिप

आपको बता दें कि एक तरफ जेडीयू ने सांसदों को व्हिप जारी किया है। उन्हें 2 से 4 अप्रैल तक संसद में मौजूद रहने और बिल के पक्ष में वोट करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, दूसरी तरफ पार्टी के मुस्लिम नेता इसका विरोध कर रहे हैं। आज दोपहर 12 बजे यह बिल लोकसभा में पेश होने वाला है। लोकसभा के बाद सरकार कल (गुरुवार) इसे राज्यसभा में पेश कर इसे (वक्फ संशोधन बिल) पारित कराने की कोशिश करेगी।

Waqf Amendment Bill: 2013 में भी हुए थे बड़े संशोधन, आज संसद में होगा पेश

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ten − eight =

Girl in a jacket
पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।