बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समान नागरिक संहिता पर पत्रकारों के सवालों को टालते हुए कहा, बहुत गर्मी है यह कहते हुए कि यह मामला है बाद में चर्चा की जाएगी। वह रविवार को बिहार के पटना में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। बता दें कि भाजपा की तरफ से यूसीसी को पूरे भारत में लागू करने की मांग लगातार तेज हो रही है, उत्तराखंड के सीएम धामी ने तो सभी राज्यों में इसे लागू करने की बात की है।
विपक्ष दलों की बैठक होने वाली है
नीतीश कुमार ने एक रिपोर्टर द्वारा समान नागरिक संहिता के बारे में पूछे जाने पर कहा, बहुत गर्मी है, सब बात होगी बाद में, अभी बहुत गर्मी है। उनकी टिप्पणी 23 जून को बिहार के पटना में होने वाली शीर्ष विपक्षी नेताओं की एक बैठक से कुछ दिन पहले आई है। विशेष रूप से, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ एक महागठबंधन बनाने के लिए यह बैठक बुलाई है।
समान नागरिक संहिता क्या है जानिए
समान नागरिक संहिता का मतलब होता है भारत में रहने वाले हर नागरिक के लिए एक समान कानून होना, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का क्यों न हो। समान नागरिक संहिता लागू होने से सभी धर्मों का एक कानून होगा। शादी, तलाक, गोद लेने और जमीन-जायदाद के बंटवारे में सभी धर्मों के लिए एक ही कानून लागू होगा।