पटना: बिहार दिनोंदिन रसातल में जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इकबाल समाप्त हो गया है। कानून व्यवस्था पूरी तरह चैपट हो गई है। लोगों की जान सुरक्षित नहीं है। कभी निषाद, मछुआरा, मछुआ समिति के मंत्री अध्यक्ष, व्यापारी, पुलिस अधिकारी और यहां तक कि पत्रकार भी दिनदहाड़े मारे जा रहे हंै। ऐसे में किसी की जान सुरक्षित नहीं हैं। जब राज्य में लोगों की जान ही सुरक्षित नहीं रहेगी तब विकास क्या होगा। ऐसे में जरुरी है कि लोग भाजपा को वोट देकर राज्य में सरकार बनायें। जब केन्द्र और राज्य में सरकार रहेगी तो प्रदेश का विकास तेजी से होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक मल्लाह/निषाद/मछुआरा के बेटा पर भरोसा किया है। इसलिए अगली बार बिहार में भाजपा की सरकार बनाना है। भाजपा ही गुंडो पर लगाम लगा सकती है। उन्होने कहा की जब-जब गैर भाजपा की सरकार बनी है तब अपराघियों का मनोबल बढा़ है। ये बातंे रविवार को बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ के तत्वाधान में आयोजित अभिनंदन समारोह में बिहार विघान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी ने कही। उन्होंने कहा कि भाजपा जल्द ही राज्य में सरकार बनाएगी। अभिनंदन समारोह में आये अतिथियों का स्वागत बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ के प्रबंध निदेशक ऋषिकेश कश्यप ने किया। मौके पर श्री कश्यप ने कहा कि राज्य सरकार से कई बार मछुआरों को शेाषण से बचाने के लिए आग्रह किया गया। परंतु राज्य सरकार मछुआरों के शोषण से बचाने के बजाए उन्हे लूटने में जुटी है। मछुआरों एवं निषादांे के जान-माल पर हमला किया जा रहा है। उनकी जीविका छीनी जा रही है। मछुआरों के तालाब को खुली डाक किया जा रहा है। यह मछुआरा बर्दास्त नही करेगा। मछुआ समाज संगठित होकर अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ेगा। वहीं अपनी जीविका को बचाने के लिए लगातार सड़क पर संघर्ष कर रही है। विगत 19 अगस्त को दुर्गावती जलाशय को लेकर कैमूर में जल सत्याग्रह के साथ विशाल प्रदर्शन भी किया गया। जिसमें हजारों मल्लाह परिवार के नर-नारी शामिल होकर खुली डाक का विरोघ किए। सरकार के निषाद विरोधी नितियों के खिलाफ काॅफ्फेड का आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। मौके पर निदेशक, कॅाफ्फेड, मदन सहनी, पटना सदर प्रखंड अध्यक्ष अजय निषाद, राजकुमार सहनी, नरेन्द्र कुमार, अनिल सहनी, अजीत कुमार, कृष्णा, राज कुमार, किशोर कुमार, राकेश कुमार, शिंवजी, अमुजी, ध्रमेद्र कुमार, गुड्डू, जयनारायण, राज नारायध, सुरज चैधरी, प्रेम कुमार, मो. नश्रुदीन अहमद, मो. शहीद अहमद, मो. असरफ, मो. जब्बार, अविनास कुमार, सोहन सिंह, भुषण कुमार, दिनेश कुमार, संजय कुमार, रंजीत चैधरी सहित कई लोगों ने भाग लिया।