पटना, ( पंजाब केसरी) : रामनवमी मनाने के नाम पर बिहार में हुए तोड़-फोड़ और हिंसा के सुनियोजित अभियान के मसले पर भाकपा-माले माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य ने बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार से विगत 4 अप्रैल की शाम में मुलाकात की और अपनी चिंताएं उनके साथ साझा की। माले महासचिव ने मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री से प्रशासनिक, सामाजिक और राजनीतिक धरातल पर भाजपा की साजिश को विफल करने के लिए और अधिक सतर्कता व दृढ़ता की आवश्यकता पर जोर दिया। मौके पर वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी भी मौजूद थे। भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा, विधायक दल के नेता महबूब आलम, राज्य कमिटी सदस्य उमेश सिंह और मीडिया प्रभारी कुमार परवेज भी का. दीपंकर भट्टाचार्य के साथ शामिल थे। माले महासचिव ने कहा कि बिहारशरीफ में ऐतिहासिक अजीजिया मदरसा और पुस्तकालय को नष्ट कर दिया गया. 100 साल पहले यह मदरसा शिक्षाविद बीबी सोगरा द्वारा अपने पति मौलवी अब्दुल अजीज की याद में स्थापित किया गया था, जिन्होंने औपनिवेशिक सरकार की नौकरी छोड़कर 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया था। ये घटनाएं राज्य के सांप्रदायिक सद्भाव की विरासत और बिहार के हर एक शुभचिंतक को सचेत करने के रूप में सामने आई हैं। इस हिंसा के कुछ ही घंटों के भीतर अमित शाह द्वारा भाजपा के लिए जनादेश का निर्लज्जतापूर्ण आह्वान संघ-भाजपा के चुनावी गेम प्लान को एकदम से स्पष्ट कर देता है।